अमेरिका और ईरान के तनाव के बीच यूक्रेन के 167 लोगों का प्लेन में मारे जाने के बाद से ईरान पर ज़ोरदार तरीके से अंतर्राष्ट्रीय दबाव बना हुआ है. इसी बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने को ईरान से कहा कि वह पिछले हफ्ते दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के ब्लैक बॉक्स को फ्रांस को सौंप दे। उन्होंने कहा कि फ्रांस की प्रयोगशाला उसका सही तरीके से परीक्षण करने में सक्षम है।
आपको बता दें कि ट्रूडो ने कहा, “ईरान के पास तकनीकी विशेषज्ञता का (अपेक्षित) स्तर नहीं है और क्षतिग्रस्त ब्लैक बॉक्स का तेजी से परीक्षण करने के लिए आवश्यक उपकरण भी नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि इस ब्लैक बॉक्स से सही और शीघ्र जानकारी पाने के लिए उन्हें फ्रांस भेजना ही सबसे सही है। उन्होंने कहा कि वह ऐसा करने के लिए ईरानी अधिकारियों को प्रेरित कर रहे हैं।
गौरतलब है कि वही दूसरी ओर, भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने शुक्रवार (17 जनवरी) को कहा कि रूस यह जानने को उत्सुक नहीं है कि कश्मीर में क्या हो रहा है और जिन्हें इस क्षेत्र के लिए नई दिल्ली की नीति और घाटी की स्थिति को लेकर संदेह है, वे वहां का दौरा कर सकते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने यह बयान एक संवाददाता सम्मेलन में उस समय दिया जब उनसे सवाल किया गया कि वह अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर सहित 15 विदेशी दूतों के समूह में शामिल क्यों नहीं थे, जिन्होंने पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था।