तमिलनाडु के त्रिची जिले में विस्फोटक खाने से एक 6 साल के बच्चे की मौत हो गई है। बच्चा एक देसी विस्फोटक को यह सोचते हुए खा लिया कि यह एक खाद्य पदार्थ है। कावेरी नदी पर मछली मारने के लिए 3 लोग यह विस्फोटक लेकर आए थे।
तमिलनाडु के त्रिची जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। त्रिची जिले के अलागारई गांव में एक 6 साल के बच्चे ने गलती से विस्फोटक को खाद्य पदार्थ समझकर खा लिया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
गांव के ही तीन लोग मछली मारने के लिए देसी विस्फोटक लेकर आए थे। वे कावेरी नदी में मछली मारने का काम करते थे। शिकारी 2 जिलेटिन विस्फोटक की छड़ें लेकर आए थे, जो शिकार में इस्तेमाल नहीं हुई थीं। विस्फोटक लेकर फिर वे लोग अपने दोस्त बूपथी के घर आ गए।
बच्चा पास में ही खेल रहा था। दावा किया जा रहा है कि उसने सोचा कि यह विस्फोटक खाद्य पदार्थ है, उसने विस्फोटक ही चबा लिया। दुर्भाग्य से विस्फोटक बच्चे के मुंह में ही फूट गया, जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
इससे पहले बच्चे को अस्पताल में दाखिल कराया जाता, बच्चे की मौत हो गई। अधिकारियों को इस मामले में सूचित करने की जगह बच्चे के पिता और उसके दोस्त ने कथित तौर पुलिस एक्शन से डरते हुए बच्चे का अंतिम संस्कार भी उसी रात को कर दिया। पुलिस ने पूरे मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। आगे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पुलिस देसी बमों को बनाए जाने की वजह तलाश रही है।