भारत का पहला ग्रास कन्सर्वेटरी उत्तराखंड के रानीखेत में खुल गया है. इस पहले ग्रास कन्सर्वेटरी का उद्घाटन किया जा चुका है. भारत का यह पहला ग्रास कंजर्वेटरी करीब दो एकड़ में फैला हुआ है.
इस ग्रास कन्सर्वेटरी के मुख्य वन संरक्षक संजीव चतुर्वेदी ने बताया कि केंद्र सरकार की CAMPA योजना के तहत वित्त पोषत, उत्तराखंड वन विभाग के रिचर्च विंग द्वारा तीन साल में कंजर्वेटरी विकसित की गई थी.
मुख्य वन संरक्षक संजीव चतुर्वेदी ने कहा, “परियोजना का उद्देश्य घास प्रजातियों के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना, संरक्षण को बढ़ावा देना और इन प्रजातियों में और अनुसंधान की सुविधा प्रदान करना है.
उत्तराखंड में 2000 मीटर की ऊंचाई तक खड़ी पहाड़ियों, नालों और नदियों के रेतीले किनारों के साथ पाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण चारा घास है. इसके सूखे फूलों का स्टॉक झाड़ू के रूप में उपयोग किया जाता है.