Postmortem house में मुर्दा के जिंदा होने की बात सुनकर कोई भी हैरान हो सकता है। लेकिन ऐसी ही एक घटना घटी है मध्यप्रदेश में।
Postmortem house में स्वीपर ने देखा
- हाल ही में मध्यप्रदेश में पोस्टमार्टम हाउस में स्वीपर की वजह से एक जिन्दा युवक का पोस्टमार्टम होने से बच गया।
- अगर स्वीपर ने न देखा होता तो जिंदा युवक का पोस्टमार्टम हो जाता।
- डॉक्टरों की लापरवाही पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया।
- जानकारी के बाद डॉक्टरों ने युवक को आनन-फानन में फिर नागपुर रेफर कर दिया।
- मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में यह घटना घाटी है।
बता दें की कलेक्टर ने एसडीएम को इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
क्या थी घटना
- खबरों की मानें तो रविवार को वाहन पलटने से रामेश्वर भारद्वाज का पुत्र हिमांशु गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे महाराष्ट्र के नागपुर ले जाया गया।
- वहां के एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे ब्रेनडैड बताकर वापस छिंदवाड़ा भेज दिया। युवक के परिजन उसे
- सोमवार सुबह जिला अस्पताल ले गए तो वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर पोस्टमार्टम हाउस में भिजवा दिया।
- इसके बाद उसकी पोस्टमार्टम होने की तैयारी होने लगी।
- जिस समय तैयारी हो रही थी तभी स्वीपर संजू सारवान को आभास हुआ कि युवक की धड़कन चल रही है।
- डॉक्टरों ने युवक का चेकअप किया तो वह जिंदा निकला।
- इसके बाद डॉक्टरों ने युवक को आनन-फानन में फिर नागपुर रेफर कर दिया।
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