पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के राष्ट्रीय चितवन पार्क व बिहार के बाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व से सटी सोहगीबरवा वाइल्ड लाइफ #सेंक्चुरी में मंगलवार से रोमांच का सफर शुरू होगा। सोमवार को प्रदेश के वन व पर्यावरण मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने आधिकारिक वेबसाइट व लोगो का लोकार्पण कर दिया। मंगलवार को ईको टूरिज्म महोत्सव में केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी जंगल सफारी की गाड़ियों को रवाना कर बहुप्रतीक्षित सफारी का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। बच्चों के साथ मंत्री जंगल सफारी का लुत्फ उठाएंगे।
सोहगीबरवा सेंक्चुरी में जंगल सफारी के लिए दो सर्किट बनाया गया है। पहले सर्किट में दक्षिणी चौक फारेस्ट गेट से कुसमहवा रेस्ट हाउस, रामग्राम का सैलानी भ्रमण कर सकते हैं। दूसरे सर्किट के रूट से कुसमहवा रेस्ट हाउस, मधवलिया फारेस्ट रेस्ट हाउस तक सैलानी जंगल का लुफ्त उठाएंगे। सुबह छह बजे से दिन में दस बजे व सायं चार बजे से सात बजे तक जंगल सफारी की सुविधा मिलेगी।
पूर्वांचल की पहली जंगल सफारी के लिए प्रकृति प्रेमी घर बैठे ही ऑनलाइन बुकिंग करा सकेंगे। वेबसाइट का लोकार्पण होते ही वन विभाग की अधिकारिक साइट यूपी ईको टूरिज्म पर सोहगीबरवा वाइल्ड लाइफ महराजगंज जंगल सफारी की बुकिंग का ऑप्शन डिस्पले होने लगा है। एक क्लिक से सैलानी आनलाइन बुकिंग करा सकते हैं।
इसके अलावा ऑफलाइन भी टिकट बुकिंग की सुविधा पर्यटकों को मिलेगी। इसके लिए दक्षिणी चौक फारेस्ट गेट के समीप एक टिकट घर बना है। फर्नीचर से बने इस टिकट घर में काउंटर है। वहां से शुल्क जमा कर सैलानी जंगल सफारी का परमिट हासिल करेंगे। फुल गाड़ी की बुकिंग पर गाइड शुल्क भी शामिल है। जलपान व नाश्ता सैलानी अपने खर्च पर करेंगे।
वन्यजीवों के अलावा दुर्लभ वनस्पतियां और सोहगीबरवा सेंक्चुरी की जैव विविधता जंगल सफारी के रोमांच को बढ़ाएगी। सोहगीबरवा जंगल सफारी सर्किट में भगवान बुद्ध से जुड़े महत्वपूर्ण रामग्राम व देवदह शामिल हैं।
रामग्राम में भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष के आठवें हिस्से के होने की बात कही जाती है, जबकि देवदह में भगवान बुद्ध की ननिहाल थी। इस लिहाज से जंगल सफारी और भी महत्वपूर्ण होने वाली है। इस सफारी की शुरुआत से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही महराजगंज के सोहगीबरवा का वन प्रभाग ईको टूरिज्म के नक्शे पर आ जाएगा।