दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में पिछले कई दिनों से जारी हिंसा में आइबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) के जवान अंकित शर्मा की हत्या के मामले में एक नया पेंच निकलकर सामने आ रहा है। अंकित शर्मा की हत्या के मामले में आम आदमी पार्टी(आप) के पार्षद ताहिर हुसैन की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। अंकित के पिता ने उनके बेटे की हत्या में आम आदमी पार्टी(आप) के पार्षद ताहिर हुसैन का हाथ होने की बात कही है, वहीं ताहिर हुसैन ने इन आरोपों को गलत बताया है।
अंकित के पिता का ताहिर हुसैन पर आरोप
अंकित शर्मा के पिता ने बेटे की हत्या के लिए ताहिर हुसैन पर आरोप लगाया है। पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि नेहरू विहार के पार्षद ताहिर हुसैन के घर में छिपे बैठे दंगाइयों ने उनके बेटे को खींच लिया। इसके बाद उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। पिता ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की हत्या पार्षद ताहिर हुसैन के घर में छिपे दंगाइयों ने की है।
उन्होंने ये जानकारी दी कि उन्हें आस पड़ोस के लोगों से पता चला कि मंगलवार दिन में करीब पांच बजे अंकित लोगों को समझा रहे थे। इसी दौरान ताहिर के घर से निकले दंगाइयों ने उन्हें घेरकर अंदर घसीट लिया।
गौरतलब है कि अंकित शर्मा के पिता रविंदर शर्मा खुद भी आइबी में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। रविंदर शर्मा ने बताया कि मंगलवार दिन में करीब चार बजे अंकित कार्यालय से घर लौटे थे। तभी उन्हें पता चला कि चांद बाग पुलिया के पास हिंसा हो रही है। वह मौके का मुआयना करने वहां पहुंच गए। इसके बाद से वह गायब थे। शाम को उनकी तलाश शुरू हुई। रात में पुलिस को जानकारी दी गई। दयालपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई।
ताहिर हुसैन ने आरोपों से किया इनकार
नेहरू विहार से आम आदमी पार्टी(आप) के पार्षद ताहिर हुसैन ने कहा कि ये सब आरोप गलत हैं, उन्होंने कहा कि सोमवार को मेरे घर पर बहुत सारे लोग हमले के लिए आ गए थे। इसे देखते हुए पुलिस ने वहां से मुझे हटा दिया था। हमने खुद पुलिस बल की मौजूदगी की मांग की थी। मंगलवार को जब मैं अपने घर कपड़े लेने पहुंचा तो फिर से पुलिस ने मुङो हटा दिया था। मैं सांप्रदायिक सौहार्द का पक्षधर रहा हूं। अमन-चैन के लिए जीवन भर काम किया है।