लखनऊ। प्रदेश सरकार के इशारे पर अलीगढ़ जनपद के इगलास विधान सभा चुनाव में स्पष्ट रूप से लोकतंत्र की हत्या करते हुये राष्ट्रीय लोकदल की प्रत्याशी सुमन दिवाकर का नामांकन खारिज कर दिया गया है। इससे प्रतीत होता है कि प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी है। यह आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि प्रशासनिक हीलाहवाली के साथ-साथ नामांकन दाखिल करते समय 2.55 बजे प्रस्तावक को रिटर्निंग ऑफिसर के कमरे में घुसने नहीं दिया गया, जिसके पास प्रत्याशी का बी फार्म भी था। इस प्रकरण में रालोद के पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंशी ने तुरंत ही रिटर्निंग आफीसर के सामने धरना दिया और सायंकाल प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने चुनाव पर्यवेक्षक से मिलकर शिकायत दर्ज करायी।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि आज रिर्टनिंग ऑफीसर के सामने आन्ध्र प्रदेश राज्य के चुनाव आयोग की नियमावली भी पेश की गयी जिसमें बी फार्म की उपलब्धता नामांकन की अन्तिम तारीख को 5 बजे तक भी जमा करने का प्रावधान स्पष्ट रूप से अंकित है। प्रादेशिक मशिनरी के इशारे पर सभी बातों को दरकिनार करते हुये रालोद प्रत्याशी का नामांकन खारिज कर दिया गया, जो लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवालिया निशान लगाता है। उन्होंने आगे कहा कि इगलास विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार सहयोगी का नाम उनके गांव की मतदाता सूची के साथ-साथ शहर की भी मतदाता सूची में दर्ज हैं जो कि चुनाव आयोग की नियमावली के विरूद्व है। स्थानीय प्रशासन ने इस बात को दरकिनार करते हुये भाजपा प्रत्याशी का पर्चा वैध घोषित किया, जिससे स्पष्ट होता है कि सम्पूर्ण प्रशासन प्रदेश सरकार के इशारे पर ही नहीं बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के रूप में कार्य कर रहा है। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव की बात करना बेइमानी है।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने मुख्य चुनाव अधिकारी से नियम विरूद्व तरीके से कराये भाजपा प्रत्याशी के नामांकन को खारिज करने की मांग करते हुये कहा कि रालोद का पर्चा खारिज होने के बाद आक्रोशित राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं द्वारा सड़क पर प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद के नेतृत्व में जिला प्रशासन एवं रिर्टनिंग ऑफीसर की मनमानी के विरूद्व धरना प्रारम्भ कर दिया गया है। जिसमें प्रमुख रूप से पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंशी, प्रदेशी मीडिया प्रभारी जावेद अहमद, रालोद के क्रान्तिकारी नेता जियाउर्रहमान, अनीष चौहान, राम बहादुर सिंह, संजीव चौधरी एवं रालोद की प्रत्याशी सुमन दिवाकर के साथ-साथ सैकडों राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता उपस्थित हैं।