सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर धमाके के बाद जमींदोज कर दिया गया।इसके लिए इन टावरों में 9,640 छेद कर 3700 किलोग्राम बारूद भरा गया है.देश में पहली बार इतना बड़ा ब्लास्ट किया जा रहा है.
इस बीच हर किसी के जहन में कई सवाल उठ रहे हैं कि ध्वस्तिकरण के बाद निकलने वाले मलबे का क्या होगा और उसे हटाने में कितना समय लगेगा, साथ ही इससे होने वाले वायु प्रदूषण से कैसे निपटा जाएगा. नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि आस-पास की हाउसिंग सोसाइटियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
जानकारों की मानें तो ध्वस्तीकरण के बाद इससे 55,000 से 80,000 टन तक मलबा निकलेगा.2022पूरे प्लान के साथ काम किया गया और टावर को गिराया गया नोएडा पुलिस आयुक्त ने कहा कि पूरे प्लान के साथ काम किया गया और टावर को गिराया गया।
सुरक्षा के पूरे इंतज़ाम थे जिस कारण से सब कुछ सही से हुआ। हम अवशेष और बचे हुए विस्फोटकों का आकलन करने के लिए साइट पर जा रहे हैं यदि वे वहां छोड़े गए हैं। ट्विन टावर्स के ध्वस्त होने के बाद आसपास धूल का गुबार फैला।