दुनिया में हम किसी भी देश, किसी भी राज्य या किसी भी जगह की बात करें, हर जगह जिस तरह लोग ईश्वर पर भरोसा करते हैं उसी तरह लोग भूत प्रेत- बाधा में भी भरोसा करते हैं। भूत प्रेत पर आधारित किस्से और कहानियां हमें आज भी सुनने में आ जाती हैं और सिर्फ यही नहीं बल्कि भूत-प्रेतों पर आधारित फिल्में भी बहुत प्रसिद्ध होती है।
बहुत सारे लोगों का मानना है कि भूत-प्रेतों जैसी कोई चीज नहीं होती लेकिन कुछ लोग भूत प्रेतों के होने का दावा भी करते हैं। आज हमारा विषय यह नहीं है कि भूत प्रेत हकीकत में होते हैं या नहीं। बल्कि आज हम बात करेंगे कि आखिर क्यों किसी को भूत प्रेतों के होने का एहसास होता है या वस्तुशास्त्र के मुताबिक आखिर इस सब के होने का क्या कारण है? आइए जानते हैं की ऐसी परिस्थिति में आपको किन चीजों पर ध्यान देना चाहिए-
घर का ऐसा मेन गेट बन सकता है नेगेटिव एनर्जी का कारण
याद रहे आपके घर का मेन-गेट दक्षिण और पश्चिम दिशा मे यानि नैऋत्य कोण मे नहीं होना चाहिये। यहा बेसमेंट या जमीन के नीचे पानी की निकासी न हो और यह हिस्सा आपके घर के दूसरे हिस्सो के बजाय बढ़ा हुआ नहीं होना चाहिये। ऐसा होने पर आपको घर मे नेगेटिव एनर्जी या भूत प्रेतो के होने का एहसास हो सकता है।
गलत वास्तु दोष से महिलाओं पर पड़ता है प्रभाव
अगर आपके घर की महिला मानसिक रोग से ग्रस्त है या उसके शरीर में किसी आत्मा का निवास होने की बात कही जा रही है तो आपको अपने घर का दक्षिण नैऋत्य कोण को अच्छी तरह देखना चाहिये ।
गलत कोण के दोष से पुरुषों को हो सकते हैं मानसिक रोग
घर के पश्चिम-नैऋत्य कोण मे दोष होने के कारण आपके घर के पुरूष को मनोरोग या पागलपन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ध्यान रहे घर में नेगेटिव एनर्जी का एहसास ऐसे ही कुछ वास्तुदोषों को नज़र अंदाज करने से होता है।
मनोरोगों से बचाने के लिए दक्षिण एवं पश्चिम दिशा में ना करें गड्ढा
अगर आपको अपने घर में कोई भूत प्रेत होने का एहसास हो रहा है या घर का कोई सदस्य मनोरोग या उन्माद जैसी समस्याओं से गुजर रहा है तो आपको घर के नैऋत्य कोण मतलब दक्षिण एवं पश्चिम कोने पर यह चेक करना चाहिए की कहीं वहा कोई गड्ढा तो नहीं है। इस दिशा मे गड्ढा होने से आपको अपने घर मे भूत प्रेतों होने का एहसास हो सकता है।