पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर और उसके प्रेमी सचिन की लव स्टोरी में एक नया मोड़ आ गया है। सीमा और सचिन के प्यार पर अब यूपी एटीएस ने पहरा बिठा दिया है। यूपी एटीएस सीमा हैदर केस मामले की जांच करेगी।
यूपी एटीएस को शक है कि सीमा हैदर आईएसआई की एजेंट हो सकती है। इसके अलावा यूपी एटीएस सीमा के भारत में प्रवेश वाले बिंदु की भी जांच करेगी। सूत्र बताते हैं कि यूपी एटीएस ने सीमा और सचिन के परिवार को किसी से भी न मिलने की हिदायत दी है, साथ ही एटीएस ने मीडिया से भी दूरी बनाने की बात कही है। माना जा रहा है कि यूपी एटीएस की जांच में सीमा हैदर को लेकर कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो सीमा और सचिन बुरी तरह से फंस सकते हैं।
बतादें कि पिछले कुछ दिनों से सीमा और सचिन को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। सीमा और सचिन लव स्टोरी इन दिनों सोशल मीडिया पर पूरी तरह से छाई हुई है। कोई उनकी लव स्टोरी को सही बता रहा है तो कोई सीमा के भारत में अवैध तरीके से प्रवेश को लेकर सवाल उठा रहा है। इसी को लेकर नोएडा पुलिस ने एक लेटर लिखकर सीमा हैदर मामले की जांच के लिए स्पेशल एजेंसी से कार्रवाई की मांग की थी। नोएडा पुलिस का लेटर मिलने के बाद यूपी एटीएस सीमा मामले की जांच में पूरी तरह से जुट गई है।
पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर को जान का खतरा सताने लगा है। दरअसल सीमा-सचिन लवस्टोरी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पाकिस्तान के कट्टरपंथियों और अराजक तत्वों के निशाने पर आ गई। पिछले दिनों कई लोगों द्वारा दी गई धमकी को देखते हुए और खुफिया इनपुट के बाद रविवार से सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई। पुलिस को सीमा के साथ किसी अनहोनी के बारे में खुफिया इनपुट प्राप्त हुआ है। इसको देखते हुए सुरक्षा के लिए दो-दो पुलिसकर्मी अलग-अलग शिफ्ट में रहेंगे। पुलिस अधिकारियों ने सीमा, सचिन और परिवार को मीडिया और आम लोगों से दूरी बनाने की सलाह दी है।
यूपी एटीएस ने सीमा हैदर केस की जांच अपने हाथ में ले ली है। एटीएस अब सीमा हैदर के पाकिस्तान से दुबई और फिर नेपाल के रास्ते भारत आने के रूट को खंगालेगी। साथ ही एटीएस यह भी पता लगाएगी कि इन दुबई से भारत आने तक सीमा की मदद करने वालों में कौन-कौन लोग शामिल थे। पाकिस्तान से भारत आने के दौरान सीमा ने किन नंबरों का उपयोग किया इसका भी यूपी एटीएस पता लगाए। इतना ही नहीं सीमा के प्रेमी सचिन का बैकग्राउंड भी यूपी एटीएस जांचेगी। सचिन सीमा से कब से संपर्क में था, दोनों के बीच क्या-क्या बातचीत होती थीं, किन-किन कंपनियों के इंटरनेट का इस्तेमाल करते थे? एटीएस इन सब मामलों को खंगालेगी।