भारत में मोदी सरकार द्वारा लगातार चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगाई जा रही है, अभी हाल ही TikTok, PUBG जैसे ऐप को भारत में बैन किया गया है। ऐसे में अब देश में विदेशी ऐप्स के विकल्प की तलाश तेज हो गई है। इसी बीच राधाकृष्ण और उनकी टीम ने Koo ऐप को पेश किया है। जिसे ट्विटर के अल्टरनेटिव के तौर पर देखा जा रहा है। Koo App को लोगों द्वारा काफी ज्यादा पसंद भी किया जा रहा है। Koo App का आलम कुछ ऐसा है कि खुद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने भी इसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। मंत्री पीयूष गोयल ने खुद ट्वीट करते हुए ये जानकारी लोगों तक पहुंचाई। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा – मैं भी कू ऐप पर आ चुका हूं।
आपको बता दें पीयूष गोयल के अलावा केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और कई मंत्रियों ने कू ऐप का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। कू ऐप ने Aatmanirbhar App Challenge में भी हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान “Koo” ऐप के बारे में बता चुके हैं।
क्या है Koo App?
Koo एक माइक्रोब्लॉगिंग साइट है, जिसे ट्वविटर के इंडियन अल्टरनेटिव के तौर पर देखा जा रहा है। इस ऐप को तेलुगु, कन्नड़, बंगाली, तमिल, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, ओड़िया और आसामी हिंदी, अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध करवाया गया है। Koo को ऐप और वेबसाइट, दोनों तरीके से प्रयोग में लिया जा सकता है। इसमें शब्दों की सीमा 350 दी गई है। कू के सह-संस्थापक और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण हैं। ट्विटर की तरह आप Koo App पर भी अलग-अलग मुद्दों पर अपने विचार शेयर कर सकते हैं। Koo ऐप में ग्राहक वीडियो और फोटेज शेयर कर सकते हैं। Koo ऐप को गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इसका मतलब iPhone और एंड्रॉयड दोनों फोन में इस ऐप को चलाया जा सकता है।