लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी मगोर्रा, मथुरा में राष्ट्रीय लोकदल के आह्वान पर किसान पंचायत शामिल हुए। किसान पंचायत में जयंत चौधरी ने कहा कि मोदी जी के अथक प्रयासों से आज पेट्रोल ने शतक मार दिया है। किसान अपनी तकदीर खुद बनाता है, किसान के अंदर देश के प्रति जो पवित्र भावना है वह किसी और में नहीं होती। गोवर्धन क्षेत्र में सेना, पुलिस, पैरा मिलिट्री की भर्ती के लिए युवाओं में विशेष रूचि है। जोखिम जानते हुए भी युवा भर्ती इसलिए होते हैं कि हमारे लिए गर्व की बात होगी कि देश को आवश्यकता हो और हम अपनी छाती आगे कर दें।
जयंत चौधरी ने कहा कि आज देश में किसान को खालिस्तानी, उपद्रवी कहकर अपमानित किया जा रहा है। ऐसा कभी लोकतंत्र में आजाद भारत में कभी नहीं हुआ। चौधरी चरण सिंह गरीब, गांव और किसान की बात करते भी थे और उनके लिए नीतिगत कार्य भी करते थे। इसीलिए उन्होंने नारा दिया था कि देश की खुशहाली का रास्ता गांव के खेत और खलिहानो से होकर गुजरता है। मोदी जी ऐसे मजबूत प्रधानमंत्री है जो किसानों से ही मुकाबला कर रहे हैं। जिस तरह से अंग्रेज “फुट डालो राज करो”कि नीति पर कार्य करते थे वहीं रणनीति आज मोदी सरकार अपना रही है।
जयंत चौधरी ने कहा कि कल की बात है आपने मीडिया में देखा होगा क्या प्रयास किए जा रहे है आंदोलन कुचलने के लिए। पहले कहा यह किसानों का आंदोलन नहीं खालिस्तानियों का आंदोलन है, अब कह रहे है यह तो सिर्फ जाटों का मसला है जाटों को ठीक करना है। हम कह रहे है यह किसान की बात है और वह इसमें एक जाति को लेकर आ रहे हैं। चंद उद्योगपतियों की तिजोरी की हवस और प्यास जीतेगी या किसान के पेट की भूख जीतेगी।
चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह के पीछे जो वर्ग था वह सब लोग आज जुट गए है। देश का किसान आज अपनी खोई हुई ताकत और पहचान को वापस लाना चाहता है। इसी बात को दिल में बैठा कर निश्चय के साथ किसान आज निकल पड़ा है। भाजपा को यही खौफ आज सता रहा है कि अगर किसान संगठित हो गया तो इनकी राजनीतिक रोटियां नहीं सिकेंगी।
मैं आपको आगाह करने आया हूँ, यह लड़ाई बहुत बड़ी है और किसानों को अपनी एकता बनाए रखनी होगी। मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीनों काले कृषि कानूनों को किसानों ने सिरे से खारिज कर दिया है। आज किसान अपनी जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहा है। नए भारत के निर्माण न्यू इंडिया में अगर तुम 80% आबादी को दबा दोगे, कुचल दोगे तो काहे की इमारत बन पाएगी! कौन सा विकास होगा, यह खोखला साबित होगा, यह खतरनाक साबित होगा देश के लिए।
बजट पर बोलते हुए कहा कि खेती के बजट में साढ़े गयारह हजार करोड़ की कटौती की गई। पीएम आशा योजना का बजट भी काटा गया। पराली जलाने पर किसानों को जेल और जुर्माना लगाने वाली यह सरकार कभी किसानों की शुभचिंतक नहीं हो सकती। 3 साल से योगी सरकार ने गन्ने का भाव नहीं बढ़ाया जो किसानों की मेहनत का अपमान है।
किसान आंदोलन आज राष्ट्रव्यापी आंदोलन बन गया है बिना किसी बंदोबस्त के बड़ी-बड़ी किसान पंचायत हो रही है और किसान कह रहे कि हम एकजुट हैं। मोदी जी कहते थे किसानों की आय दुगनी होगी लेकिन उनका मतलब था किसानों से हमारी आय दुगनी होगी।
युवा पत्रकारों और कलाकारों पर पुलिस मुकदमे दर्ज होने पर जयंत चौधरी ने कहा कि मोदी जी युवाओं से लड़ाई लड़ रहे हैं। किसानों की बात लिखने पर युवा पत्रकार मनदीप पूनिया पर केस दर्ज करके जेल भेजा गया। हरियाणा के कलाकार अजय हुड्डा जिन्होंने “मोदी जी तेरी तोप कड़े” गाना बनाया उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई,दिशा रवि को जेल भेजा गया।
आज की किसान पंचायत में 4 प्रस्ताव पारित किए गए-
पहला- किसानों की आवाज उठाने वाले पत्रकारों, युवा एक्टिविस्ट, कलाकारों और कार्यकर्ताओं पर पुलिस मुकदमे दर्ज करने की पंचायत भर्त्सना करती है
दूसरा- आंदोलन में शामिल होने वाले किसानों को जेल भेजा जा रहा है, नोटिस दिए जा रहे हैं। पंचायत फैसला करती है कि हम कोई मुचलका नहीं भरेंगे, थाने नहीं जाएंगे।
तीसरा- काले कानून वापस ले सरकार और एमएसपी पर कानून बनाएं।
चौथा- भाजपा के नेताओं जनप्रतिनिधियों को समझाओ की हमारे आंदोलन में शामिल होकर किसानों का समर्थन करे वर्ना उनका सामाजिक बहिष्कार करें।
जयंत चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों के लिए जो कील बिछाई है, वही कीले इनको सत्ता के रास्ते से रोकने के लिए किसानों को बिछानी है।