नई दिल्ली। पुलवामा CRPF अटैक के 12 दिन बाद इंडियन एयरफोर्स द्वारा मंगलवार को पाकिस्तान में घुसकर 12 मिराज 2000 विमानों से जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हमला किया। इसके बाद से लगातार भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। सीमा पार से लगातार गोलीबारी हो रही है। आज सुबह पाक का F-16 विमान भारतीय सीमा का उल्लंघन करते हुए नौशेरा सेक्टर में घुसा, जिसे भारतीय विमानों ने मार गिराया। दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव को देखते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने नॉर्थ ब्लॉक में NSA अजीत डोभाल और रॉ चीफ के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा किया।
सीमा सुरक्षाबल को उच्चतम स्तर तक की सतर्कता सुनिश्चित
बैठक में केन्द्रीय गृह सचिव राजीब गाबा और खुफिया ब्यूरो के निदेशक राजीव जैन समेत अन्य अधिकारी भी शामिल रहे। बैठक के दौरान देश में सुरक्षा स्थिति और सभी संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के के बारे में एक विस्तृत ब्योरा दिया गया।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि राजनाथ सिंह ने अधिकारियों को भारत-पाकिस्तान सीमा की निगरानी कर रहे सीमा सुरक्षाबल को उच्चतम स्तर तक की सतर्कता सुनिश्चित करने को कहा, ताकि सीमा पार से किसी भी दुस्साहस को नाकाम किया जा सके।
1971 के युद्ध के बाद भारतीय वायुसेना पहली बार
सूत्रों ने बताया कि वर्ष 1971 के युद्ध के बाद भारतीय वायुसेना पहली बार पाकिस्तान में दाखिल हुई। विदेश सचिव ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पाकिस्तान स्थित आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद के बालाकोट में मौजूद सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर खुफिया सूचनाओं के बाद की गई यह कार्रवाई जरूरी थी क्योंकि आतंकी संगठन भारत में और आत्मघाती हमले करने की साजिश रच रहा था।
गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गये थे। जैश ए मोहम्मद ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी। पाक वायुसेना की प्रतिक्रिया पर जवाबी कार्यवाई में भारतीय वायुसेना का मिग-21 विमान और पायलट भी लपट हो गए हैं। अपुष्ट खबरों के मुताबिक मिग-21 का पायलट फ़िलहाल पाकिस्तानी सेना के कब्जे में है।