यागराज। शाही स्नान के साथ ही अर्ध कुंभ का आगाज हो गया। विभिन्न अखाड़ों के साधू-संतों ने जुलूस निकालकर शाही स्नान किया। मालूम हो कुंभ में सबसे पहले संतों के संगम स्नान करने की परंपरा है। जिसके चलते सभी अखाड़ों को अलग-अलग वक्त दिया जाता है। इस बार शाही स्नान 5:30 बजे से शुरू हुआ जो कि 4:30 बजे तक चलेगा।
आस्था की डुबकी लगाकर लिखा “हर हर गंगे”
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने भी संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाई। सोशल मीडिया पर अपने संगम स्नान की यह फोटो शेयर करते हुए केंद्रीय मंत्री ने लिखा,”हर हर गंगे।”
#kumbh2019 #trivenisangam हर हर गंगे 🙏 pic.twitter.com/MqQXDL5SN3
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) January 15, 2019
साध्वी निरंजन ज्योति ने अखाड़ा के साधु-संतों के साथ
स्मृति ईरानी के अलावा निरंजनी अखाड़े की नवनियुक्त महामंडलेस्वर केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने भी अखाड़ा के साधु-संतों के साथ शाही स्नान किया।
परमपूज्य गुरुदेव श्री परमानंद जी महाराज के आशीर्वाद से प्रयागराज में धर्मक्षेत्र में किए कार्यों के आधार पर श्री पंचायती तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा के पूज्य संतो के सानिध्य में महामंडलेश्वर पद की ज़िम्मेदारी मिली, धर्म के प्रचार-प्रसार व उत्थान के लिए मेरा सम्पूर्ण जीवन समर्पित है। pic.twitter.com/A1RrXtjIKr
— Sadhvi Niranjan Jyoti (मोदी का परिवार) (@SadhviNiranjan) January 14, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जनता को अर्ध कुंभ की बधाई दी और जनता से मेले में शामिल होने की अपील की है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि ‘मुझे आशा है कि इस अवसर पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं को भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक विविधताओं के दर्शन होंगे। मेरी कामना है कि अधिक से अधिक लोग इस दिव्य और भव्य आयोजन का हिस्सा बनें।
पर्व में एक भारत की सही तस्वीर दिखती : मोदी
प्रयागराज में आरंभ हो रहे पवित्र कुम्भ मेले की हार्दिक शुभकामनाएं।
मुझे आशा है कि इस अवसर पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं को भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक विविधताओं के दर्शन होंगे।
मेरी कामना है कि अधिक से अधिक लोग इस दिव्य और भव्य आयोजन का हिस्सा बनें। pic.twitter.com/qAxJtNrUPn
— Narendra Modi (@narendramodi) January 15, 2019
वीडियो के माध्यम से पीएम मोदी ने कहा कि,अर्ध कुंभ सिर्फ करोड़ों लोगों के एकजुट होने का ही पर्व नहीं है,यहां आने वाले करोड़ों लोगों के जरिए पूरा देश,उसमें आने वाले करोड़ों लोगों के बीच होने वाला संपर्क और संवाद हमारे देश को दिशा देगा।कुंभ का पर्व भारत और भारतीयता का सबसे बड़ा प्रमाण है। यह पर्व भाषा, भूषा और भिन्नता को खत्म कर एक होने की प्रेरणा देता है।यह पर्व हमें जोड़ता है, यह पर्व गांव और शहर को एक करता है। इस पर्व में एक भारत की सही तस्वीर दिखती है।