लखनऊ। यूपीए UPA को तगड़ा झटका लगने की संभावना बन रही है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के गैरकांग्रेस-गैरबीजेपी दलों के फेडरल फ्रंट का अखिलेश यादव ने समर्थन किया है। अखिलेश का ये कदम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की विपक्षी एकता की कोशिशों को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा झटका दिया है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के गैर कांग्रेस-गैर बीजेपी दलों के फेडरल फ्रंट का अखिलेश यादव ने समर्थन किया है। हालांकि सपा अध्यक्ष ने कहा कि अभी केसीआर से मुलाकात होना संभव नहीं है।
UPA को लेकर
अखिलेश ने कहा कि फेडरल फ्रंट बनाने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात करेंगे। मध्य प्रदेश में सपा के जीते इकलौते विधायक को मंत्री न बनाए जाने से अखिलेश नाराज हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस का भी धन्यवाद। एमपी में हमारे एक मात्र विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है ऐसे में अब हमारा रास्ता साफ है। अखिलेश यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन जरूर होगा। बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए सभी दलों को एक साथ आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि युवा कुंभ में रोजगार की बात होती तो अच्छा होता। अखिलेश ने कहा कि लखनऊ के लोकभवन में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगाना ठीक है, पर हमारी सरकार आएगी तो हम भी एक मूर्ति लगाएंगे। केसीआर कांग्रेस को दरकिनार कर अखिलेश यादव और बसपा अध्यक्ष मायावती के साथ गठबंधन की कवायद में जुटे हैं। अब केसीआर के फेडरल फ्रंट को समर्थन देना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए दूसरा बड़ा झटका माना जा रहा है।