टीम इंडिया के पूर्व चयनकर्ता कृष श्रीकांत ने कहा कि अगर आईपीएल 2020 नहीं होता है तो फिर दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी की टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में वापसी बिलकुल न के बराबर है। हालांकि, पूर्व इंग्लिश कप्तान नासिर हुसैन का मानना है कि दो बार के विश्व कप विजेता के भविष्य पर किसी को दबाव नहीं डालना चाहिए क्योंकि धोनी में अभी काफी क्रिकेट बची है। श्रीकांत ने कहा कि वह इस विषय पर कोई दोहरी राय नहीं देना पसंद करेंगे।
श्रीकांत ने एक खेल चैनल से बातचीत में कहा, ‘मैं कूटनीतिक बात नहीं करूंगा। मैं ऐसे बात करूंगा कि अगर चयन समिति का चेयरमैन हूं तो क्या करूंगा। अगर आईपीएल नहीं होता तो धोनी की टीम इंडिया में वापसी न के बराबर है।’ एमएस धोनी ने पिछले साल 50 ओवर के विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के लिए आखिरी मैच खेला था। श्रीकांत ने कहा कि एमएस धोनी जैसी शख्सियत ही क्यों नहीं हो, लेकिन अगर टीम हित की बात हो तो इसे व्यक्ति से आगे रखने की जरुरत है।
1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य श्रीकांत ने कहा, ‘सीधी बात बोलूं तो मेरे विचार में केएल राहुल विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में टी20 विश्व कप खेलने जाएंगे। रिषभ पंत पर मुझे जरा सा शक है, लेकिन मेरा मानना है कि वह उच्च प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं। इसलिए मैं उन्हें टीम में शामिल करने में कुछ अजीब महसूस नहीं करूंगा। मगर किसी भी स्थिति में अगर आईपीएल नहीं होता तो धोनी की टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में वापसी मुश्किल है।’
हाल ही में टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि आईपीएल से धोनी के प्रदर्शन पर नजर रखी जाएगी। इसी शो पर हुसैन ने कहा कि धोनी पर संन्यास के लिए दबाव नहीं डालना चाहिए। हुसैन ने कहा कि धोनी में अभी काफी क्रिकेट बची है और वह भारतीय क्रिकेट को अपनी सेवाएं दे सकते हैं।
52 साल के हुसैन ने कहा, ‘एक बार धोनी गए तो फिर उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता। खेल में कुछ दिग्गज खिलाड़ी हैं, जिनकी दुनियाभर में तारीफ होती है क्योंकि वह एक पीढ़ी में ऐसे क्रिकेटर होते हैं, जिनका कोई सानी नहीं हो। धोनी पर संन्यास का दबाव नहीं डालना चाहिए। धोनी को अपनी मानसिक स्थिति पता है। अंत में चयनकर्ता टीम चयन करेंगे और खिलाड़ी खेलेंगे, जिनसे पूछा या कहा जाएगा।’