बंगलूरू। कर्नाटक में भाजपा ने सोमवार को महर्षि वाल्मिकी जनजातीय विकास निगम में हुए कथित घोटाले के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा नेताओं ने सरकार के खिलाफ विधानसभा तक विरोध मार्च निकाला। कर्नाटक में महर्षि वाल्मिकी जनजातीय विकास निगम में कथित तौर पर 180 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला हुआ है। एसआईटी द्वारा इसकी जांच की जा रही है।
‘भगवान जगन्नाथ ने बचाई डोनाल्ड ट्रंप की जान’, 1976 की घटना का जिक्र कर इस्कॉन ने किया बड़ा दावा
भाजपा का आरोप- दलितों की रकम को लूटा गया
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार में कई घोटाले और धांधली का खुलासा हुआ है। इस सरकार ने लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का वादा किया था। सिद्धारमैया ने सीएम बनने से पहले दलितों और आदिवासियों की बेहतरी के लिए काम करने की बात कही थी, लेकिन ये सरकार पूरी तरह से असफल हुई है।
भाजपा नेता सीटी रवि ने कहा कि ‘उन्होंने (कांग्रेस) महर्षि वाल्मिकी जनजातीय विकास निगम के पैसे को लूटा। कांग्रेस ने इस पैसे का इस्तेमाल चुनाव में किया। यह हमारा कर्तव्य है कि हम दलितों को न्याय दिलाएं। दलितों का पैसा लूटा गया है। हम इस पर चुप नहीं रह सकते। दूध, पेट्रोल समेत कई अन्य चीजों के दाम बढ़ा दिए गए हैं।’
कर्नाटक विधानसभा में नेता विपक्ष आर अशोक ने कहा कि 180 करोड़ का ये बड़ा घोटाला है। सरकार के पास पैसा नहीं बचा है और इसलिए वे हर चीज के दाम बढ़ा रहे हैं। दूध और पेट्रोल के दाम बढ़ ही चुके हैं। उन्हें आम आदमी की चिंता नहीं है। कर्नाटक कांग्रेस, दिल्ली कांग्रेस का एटीएम बन गई है
सरकार ने भाजपा पर लगाए आरोप
भाजपा पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है। सभी घोटाले भाजपा द्वारा उनके कार्यकाल में किए गए। अब हम सबकुछ साफ करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे इसे पचा नहीं पा रहे क्योंकि इससे उन्हें उनके नामों का खुलासा होने का डर है।
कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि एसआईटी का गठन कर दिया गया है। रिपोर्ट आने दीजिए, वो (भाजपा) इतनी चिंता क्यों कर रहे हैं। भाजपा मंत्रियों ने ही इसकी शुरुआत की थी। MUDA मुद्दे की जांच के लिए भी सिंगल जज पीठ का गठन कर दिया गया है। भाजपा की जो भी चिंता है, उसे पार्टी को विधानसभा में पूरे तथ्यों के साथ उठाना चाहिए।
कांग्रेस विधायक और वाल्मिकी कॉरपोरेशन बोर्ड के अध्यक्ष बासनगौड़ा दद्दाल ने कहा कि ‘वह विधानसभा सत्र में शामिल होने जा रहे हैं। उसके बाद ही वह इस मुद्दे पर कुछ बोलेंगे। मेरा मोबाइल ऑन है और मैं जांच में पूरा सहयोग करूंगा। ईडी के नोटिस की अभी तक मुझे कोई जानकारी नहीं है।’