अमेरिका ने दूसरे दिन फिर हवाई हमला किया है। इराक में बगदाद के उत्तरी इलाके में इराक के शिया पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज (पीएमएफ) के एक वाहन काफिले पर हवाई हमले में हश्द कमांडर समेत छह लोगों की मौत हो गई। इराक के सरकारी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इससे पहले बगदाद के ताजी जिले में एक जोरदार विस्फोट भी हुआ। अधिकारियों ने कहा, “पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज के एक वाहन काफिले पर हवाई हमला हुआ। शुरूआती आंकड़ों के अनुसार हमले में छह लोगों की मौत हुई है। मृतकों की पहचान अभी तक स्पष्ट नहीं की जा सकी हैं।”
अधिकारियों का कहना है कि हवाई हमलों में उन दो कारों को निशाना बनाया गया जिसमें ईरान समर्थित लड़ाके सवार थे। अधिकारियों के अनुसार इस हमले में हशद-अल-साबी के छह लड़ाके मारे गए हैं जिसमें उनका कमांडर भी शामिल है। इससे पहले शुक्रवार को पॉपुलर मोबिलाइज़ेशन फोर्सेज के कई वरिष्ठ सदस्य तथा ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी बगदाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नजदीक अमेरिकी ड्रोन हमले से मारे गए थे।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को मारने के निर्णय पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि उनकी यह कार्रवाई युद्ध को रोकने के लिए थी न कि शुरूआत करने के लिए। ट्रंप ने कहा, अमेरिका ने ईरान के सोलीमनी के खिलाफ शुक्रवार को कार्रवाई युद्ध खत्म करने के लिए की न कि युद्ध को शुरू करने के लिए। उन्होंने चेतवानी देते हुए कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति सतर्क है और यदि ईरान ने किसी भी नागरिक को नुकसान पहुंचाया तो जो भी कार्रवाई करनी पड़ी उसके लिए वह तैयार हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने सुलेमानी पर भयावह हमलों की योजना बनाने का आरोप लगाया हालांकि उन्होंने कथित साजिश के बारे में विस्तार से नहीं बताया। उन्होंने कहा, “हमने सुलेमानी को एक योजना बनाने में शामिल होने में पकड़ा था और खत्म कर दिया। गौरतलब है कि रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के बगदाद अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नजदीक अमेरिकी राॅकेट हमले में मारे जाने के बाद मध्य पूर्वी देशों में तनाव की स्थिति बढ़ गई है।