कुछ समय पहले ही अमेरिका ने इराक व सीरिया में सक्रिय चरमपंथी संगठन कताएब हिजबुल्ला या हिजबुल्ला ब्रिगेड्स के 5 अड्डों पर हमला किया गया। वहीं अमेरिका का बोलना है कि इस समूह ने उत्तरी इराक के किरकुक के पास सैन्य परिसर में रॉकेट से हमला किया था, जिसमें एक अमेरिकी रक्षा कांट्रैक्टर की मृत्यु हो हो चुकी है।
जब इस बात कि जाँच कि गई तो रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने एक बयान में बोला कि अमेरिकी सेना ने रक्षा के लिए ये हमले किए। अधिकारियों ने बताया कि मिलिशिया ने शुक्रवार को 30 से ज्यादा रॉकेट दागे थे। जंहा प्रवक्ता के बयान में गया है कि इराक में व सीरिया में दो ठिकानों पर हमले किए गए। हिजबुल्ला से जुड़े एक मेम्बर ने नाम गुप्त रखते हुए बताया कि अमेरिकी हमले में कम से कम उसके 12 मेम्बर ने अपनी जान गवां दी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से मिली समाचार के मुताबिक तालिबान अस्थाई तौर पर युद्धविराम के लिए सहमत हो गया है, ताकि अमेरिका के साथ शांति समझौता हो सके। जंहा अमेरिका ने किसी भी तरह के शांति समझौता से पहले सीजफायर की मांग की थी, ताकि अफगानिस्तान से उसकी फौज की वापसी हो सके। वहीं अमेरिका ने वैसे इस पर कोई बयान नहीं दिया गया है।