बेडरूम तो हर घर में होते हैं, लेकिन कम ही लोगों को पता है कि इसका संबंध परिवार की सुख शांति से भी होता है। जी हां वास्तु शास्त्र के मुताबिक बेडरूम की सजावट और वहां रखी चीजों का प्रभाव पति-पत्नी के रिश्ते पर भी असर डालता है। यहीं से संबंधों की मिठास और खटास तय होती है। ऐसे में यहां पर पढ़ें बेडरूम के लिए जरूरी ये वास्तु शास्त्र टिप्स…
दक्षिण की बेचैनी नहीं:
बेड का सिरहाना दक्षिण की ओर होने से बेचैनी नहीं रहती है। अच्छी नींद आती है। वहीं पूर्व की ओर सिर करने से ज्ञान बढ़ता है। जबकि उत्तर और पश्चिम की ओर सिर करके सोने से स्वास्थ्य खराब रहता है।
दक्षिण-पूर्व दिशा में न हो:
यदि बेड कमरे के दक्षिण-पूर्व दिशा में रखा तो कभी भी यहां पर सोने वाले को ठीक से नींद नहीं आएगी। चिड़चिड़ाहट बनी रहेगी। वहीं बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होने के साथ बेड के कोने भी ऐसे ही होने चाहिए।
दीवारें दरार वाली न हों:
बेडरूम की बाहरी दीवारें चटकी या दरार वाली बिल्कुल न हों। जहां ऐसी होती हैं वहां पर शांति नहीं रहती है। मानसिक तनाव बना रहता है। ऐसी जगह पर कई घंटे बिताने से इसका सीधा प्रभाव जीवन पर पड़ता है।
घड़ी, फोटो फ्रेम जैसी चीजें नहीं:
दीवारों का रंग हल्का होना चाहिये। बेडरूम में कभी हिंसा दर्शाने वाली कोई तस्वीर या पोस्टर न लगाएं। बेड के सिरहाने वाली दीवार पर घड़ी, फोटो फ्रेम जैसी कोई चीज न लगाए। इससे तनाव बढ़ता है।
प्यार और आराम को वरीयता:
बेडरूम में लोग चैन से सोने व आराम करने के लिए जाते हैं। यहां पर प्यार और आराम जैसी चीजों को वरीयता दें। यहां पार्टनर से बहस न करें। इसके अलावा घर-परिवार में होने वाली घटनाओं की चर्चा के लिए इसे अड्डा न बनाएं।