Published By- Dr. Dilip Agnihotri Tuesday 22 February, 2022
लखनऊ। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की उप-धारा 14.3 के तहत, उच्च शिक्षा में वित्तीय बाधाओं के कारण वंचित छात्रों को ध्यान मे रखते हुए Lucknow University के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय की ओर से एक नई पहल की जा रही है जिसे ‘वीसी केयर फंड’ से जाना जाएगा।
दरअसल, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 मे सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित समूहों (SEDG) के बीच गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुँच सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया गया है। उच्च शिक्षा को अक्सर आर्थिक प्रगति और मानव विकास का एक प्रमुख साधन माना जाता है । उच्च शिक्षा एकमात्र ऐसा तंत्र है जो सामाजिक और आर्थिक रूप से निर्बल लोगों का भी उत्थान कर उन्हें सशक्त बनाता है। इसलिए, University की ओर से इस पहल की शुरुआत की जा रही है।
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केयर फ़ंड को लागू करने के दिशा-निर्देश समिति का गठन
वीसी केयर फंड के ज़रिए, university और उससे संबद्ध कॉलेजों में छात्रों को शामिल कर उनकी शिक्षा के दौरान, जरूरतमंद छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। प्रो. राय ने अपनी नीति और क्रियान्वयन के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। सदस्यों में अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एम.के. अग्रवाल, व्यवसाय प्रशासन विभाग के विभागाध्यक्ष संजय मेधावी और University के अकाउंट अधिकारी रत्नेश्वर भारती शामिल हैं।
धन जुटाने के लिए Scholors, Teachers, Professionals, Societies कर सकते हैं योगदान
इस बारे में विस्तार से बताते हुए कुलपति प्रो. राय ने बताया कि विधिवत गठित समिति की सिफारिशों को क्रिर्यान्वयन से पहले अनुमोदन के लिए वित्त समिति के समक्ष रखा जाएगा। University के सभी हितधारक जैसे पूर्व छात्र, शिक्षक, कर्मचारी, सामुदायिक समूह, उद्योग और पेशेवर लोग योगदान कर सकते हैं। साथ ही, इसके लिए धन जुटाने के लिए दान कर सकते हैं। सृजित और वितरित किए गए फंड का सालाना ऑडिट भी किया जाएगा। यह प्रयास छात्रों की ओर से सामना की जाने वाली फीस भुगतान के मुद्दों को कम करेगा, और जरूरतमंद छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।
5 जिलों और 500 Colleges मिला कर 3 लाख छात्र होंगे लाभान्वित
कुलपति ने यह भी बताया कि लखनऊ, हरदोई, लखीमपुर खीरी, रायबरेली और सीतापुर के पाँच जिलों में University campus और 500 से अधिक संबद्ध कॉलेजों के लगभग तीन लाख छात्र इस पहल से लाभान्वित होंगे। University के पास पहले से ही गरीब छात्र सहायता कोष है, जिसका नाम बदलकर अब छात्र कल्याण निधि कर दिया गया है। तीन नई योजनाओं कर्मयोगी योजना, छात्र कल्याण छात्रवृत्ति और शोध मेधा छात्रवृत्ति के माध्यम से छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
Arapan- Adopt A Brain के तहत वीसी और डिप्टी सीएम ने लिया था एक-एक छात्र गोद
उन्होंने बताया कि हालाँकि, पिछले दो वर्षों में, COVID के दौरान कई छात्रों को वित्तीय मुद्दों का सामना करना पड़ा, जैसे उनमें से कुछ ने अपने माता-पिता को खो दिया। कुछ परिवारों ने अपनी नौकरी खो दी आमदनी महामारी के दौरान, कम हो गई। प्रो. राय ने COVID अनाथों के लिए एक योजना ‘Arpan- Adopt A Brain’ शुरू की है। इस योजना के तहत प्रो. राय ने खुद बीबीए के एक छात्र को गोद लिया था और प्रो दिनेश शर्मा ने एक कॉमर्स के छात्र को सहयोग प्रदान किया था।
वंचित छात्रों की संख्या बहुत अधिक, इसलिए हुई फ़ंड की शुरुआत
शिक्षकों, पूर्व छात्रों और भारत और विदेशों में काम करने वाले शोध विद्वानों की ओर से समर्थित, इस योजन के तहत, जरूरतमंद छात्रों को सभी प्रकार की वित्तीय और नैतिक सहायता प्रदान की गई थी। University ने यह महसूस किया कि संबद्ध कॉलेजों में वंचित छात्रों की संख्या बहुत अधिक है। न केवल ट्यूशन फीस के भुगतान का सहयोग करने के लिए बल्कि, उनकी चिकित्सा और अन्य ज़रूरतों का भी ध्यान रखने के लिए अधिक धन की आवश्यकता है। इस प्रकार, ‘वीसी केयर फंड’ State University की स्थापना के उद्देश्य को संबोधित करेगा और मानव विकास और शिक्षित समाज के निर्माण में अहम योगदान देगा।