वेंकैया नायडू ने बुधवार को ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी द्वारा भविष्य के विश्वविद्यालय : संस्थागत लचीलापन का निर्माण, सामाजिक उत्तरदायित्व सामुदायिक प्रभाव का निर्माण विषय पर आयोजित विश्व विश्वविद्यालय शिखर सम्मेलन 2021 (डब्ल्यूयूएस 21) का उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय दुनिया के सामने आने वाले विभिन्न सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करें और उन विचारों के साथ आएं जिन्हें सरकारें अपनी आवश्यकताओं और उपयुक्तता के अनुसार लागू कर सकती हैं।
उपराष्ट्रपति ने बहु-अनुशासनात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने का आह्वान किया और स्थायी और स्केलेबल (मापनीय) समाधान बनाने के लिए सहयोगी शैक्षणिक प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सतत विकास आज दुनिया के सामने आने वाली कई चुनौतियों का जवाब है और विश्वविद्यालय इस दिशा में एक प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं।
अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति ने कहा, आज उच्च शिक्षा में दबाव का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि हम महामारी से उबरने के मार्ग पर चल रहे हैं। शिक्षा ज्ञान के उपयोगी अनुप्रयोग के माध्यम से राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को समृद्धि के मार्ग पर ले जाती है।