आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आज नानी गोपाल महंत द्वारा लिखी “नानी गोपाल महंत पर नागरिकता बहस: असम और इतिहास की राजनीति” नामक पुस्तक का गुवाहाटी में विमोचन करेंगे. पुस्तक क ा विमोचन असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा और प्रोफेसर नानी गोपाल महंत की उपस्थिति में होगा.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आज नानी गोपाल महंत द्वारा लिखी “नानी गोपाल महंत पर नागरिकता बहस: असम और इतिहास की राजनीति” नामक पुस्तक का गुवाहाटी में विमोचन किया।
इसी मौके पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि, दुनिया में एक भी उदाहरण ऐसा नहीं है कि जिसमें इतनी सारी विविधताएंं इकट्ठा चार हजार साल चलीं, बिना झगड़ा किए चलीं, आपस में मिल-जुलकर चलीं और सब की सब कायम हैं आज भी।
केंद्र सरकार के अनुसार, इन छह धर्मों के लोगों को इन तीन इस्लामी देशों में उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है, लेकिन मुसलमानों ने नहीं किया है. नतीजतन, उन्हें आश्रय प्रदान करना भारत का नैतिक दायित्व है.
राजनीतिक लाभ के लिए दोनों विषयों (सीएए-एनआरसी) को हिन्दू मुसलमान का विषय बना दिया, यह हिन्दू मुसलमान का विषय ही नहीं है