एशियाई खेलों में भारतीय मुक्केबाज Vikas Krishna विकास कृष्ण को ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ा क्योंकि उनके बाईं पलक पर चोट लगने के कारण सेमीफाइनल खेलने से अयोग्य करार दिया गया। विकास को कजाखस्तान के अमानकुल अबिलखान के खिलाफ उतरना था लेकिन चोट के कारण उन्हें बाहर रहना होगा। उन्हें प्री क्वार्टर फाइनल में चोट लगी थी और क्वार्टर फाइनल में उनका घाव गंभीर हो गया।
Vikas Krishna : ग्वांग्झू और इंचियोन में भी मेडल..
बता दें विकास कृष्ण अब लगातार तीन एशियाई खेलों में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बन गए हैं। उन्होंने ग्वांग्झू 2010 में लाइटवेट 60 किलो में गोल्ड जीता था। इसके बाद 2014 में इंचियोन में मिडिलवेट में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
मुक्केबाजी में भारत की तरफ से पिछले एशियाई खेलों के पदकधारियों में सिर्फ विकास कृष्ण ही इस बार जकार्ता पहुंचे। उन्होंने पिछली बार ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था। 75 किलोग्राम भारवर्ग में उतरने वाले विकास कृष्णा के पास इन खेलों में एक इतिहास रचने का मौका था।