औरैया। क्षत्रिय बहुल विधानसभा क्षेत्र माने जाने वाला बिधूना में 25 वर्षों तक क्षत्रिय समाज के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और पूर्व विधायक स्वर्गीय गजेंद्र सिंह का कब्जा रहा है।1980 के बाद इस सीट पर क्षत्रिय ब्राह्मणों के बीच पैदा हुई आपसी खाई के कारण, इस सीट पर पूर्व राज्यमंत्री विनय शाक्य काबिज रहे हैं। विनय शाक्य पिछड़ा वर्ग के सपा के पूर्व विधायक स्वर्गीय धनीराम वर्मा के पुत्र स्वर्गीय डॉ महेश वर्मा के पुत्र हैं।
सवर्णों के जातीय समीकरण बिगडने से प्रमुख दलों ने क्षत्रिय समाज से मोड़ लिया मुँह
क्षेत्र में सवर्णों के जातीय समीकरण गड़बड़ाने के चलते किसी भी प्रमुख दल ने क्षत्रिय समाज पर दांव लगाने से मुंह मोड़ लिया है। ऐसे में पिछले लगभग 42 वर्षों से अपनी खोई प्रतिष्ठा का अपशकुन मिटाने को क्षेत्र का क्षत्रिय समाज छटपटाता नजर आ रहा है। भाजपा से क्षत्रिय समाज के दिग्गजों ने इस बार टिकट पाने के लिए जोरदार पहल की है। साथ ही जनता में भी भाजपा ने पैठ बनाई थी लेकिन, ऐन वक्त पर टिकट कटने से क्षत्रिय समाज के लोग बुरी तरह आहत हो गए। इसी के चलते क्षत्रिय समाज के नेता गौरव रघुवंशी ने बसपा से टिकट हासिल कर अपने समाज के साथ आम जनता का समर्थन हासिल करने में ताकत झोंक दी है।
बसपा के गौरव रघुवंशी, सपा की रेखा वर्मा या भाजपा प्रत्याशी रिया शाक्य- जीतेगा कौन?
वहीं अधिकांश क्षत्रिय समाज भी अपना 42 वर्षों का अपशकुन मिटाने को लेकर, क्षत्रिय प्रत्याशी के प्रति उनका झुकाव होता नज़र आ रहा है। ऐसे में इस विधानसभा क्षेत्र में इस बार क्या बसपा के क्षत्रिय प्रत्याशी गौरव रघुवंशी अपना दबदबा कायम कर सकेंगे? या फिर समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रेखा वर्मा को इसका फायदा मिलेगा भाजपा प्रत्याशी रिया शाक्य अपने पिता विनय शाक्य की भाजपा से बगावत के बाद अपनी राजनैतिक विरासत की सीट बरकरार रख पाएँगी? फिलहाल यह भविष्य के गर्भ में है।
Report – Anshul Gaurav