लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने प्रदेश में रसायनिक खाद की जबरदस्त किल्लत पर उप्र सरकार को जिम्मेंदार ठहराते हुये कहा कि सरकार 11 माह से आन्दोलन कर रहे किसानों से बदला लेने के लिए खाद की किल्लत को दूर नहीं कर रही है।
उन्होंने प्रदेश सरकार को किसानों के प्रति उदासीन बताते हुये कहा कि सरकार धान आदि फसलों को निर्धारित कीमत पर नहीं खरीद रही है धान क्रय केन्द्रों पर किसानों का धान खरीदा नहीं जा रहा है और किसान अपना धान औने पौने दामों पर बेचने को मजबूर हैं। प्रदेश सरकार सिर्फ गाल बजाने का काम कर रही है और किसान खाद न मिल पाने के कारण अपनी फसल नहीं बो पा रहा है।
बरसात अधिक होने और तुफान के कारण वह अपनी फसलों की बर्बादी से पहले से ही पस्त था। अब खाद की कमी के कारण कई दिनों तक किसान लाईनों में लगे हैं ललितपुर में एक सप्ताह में तीन किसानों की मौत हो चुकी है और खाद की कालाबाजारी जारी है और सरकार ने अपने आंख कान बंद किये हुये हैं।
श्री दुबे ने ललितपुर में मृत किसानों के परिजनों को 1-1 करोड रूपये का मुआवजा देने की मांग करते हुये कहा कि राज्य सरकार खाद की कालाबाजारी को रोकने तथा किसानों की सभी उपजे सरकारी क्रय केन्द्रों पर खरीदने की तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित कराये यदि सरकार ने तत्काल व्यवस्था न की तो किसान आन्दोलन करने को बाध्य होगा।