रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
दिल्ली,राजस्थान महाराष्ट्र पंजाब से श्रमिकों के उत्तर प्रदेश पहुंचने का सिलसिला जारी है। करीब दो लाख प्रतिदिन आ रहे है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन सभी को सुरक्षा उपायों के साथ गंतव्य तक पहुंचाने में दिन रात एक किये हुए है। वह परिवहन के साथ साथ उनका व अन्य लोगों का कोरोना से बचाव भी चाहते है। इसी दिशा में वह लगातार प्रयास कर रहे है।
अब तक प्रदेश में आठ सौ अड़तीस श्रमिक एक्सप्रेस से चौदह लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक पहुंचे हैं। दो सौ छह ट्रेने और आएंगी। इस प्रकार एक हजार चवालीस ट्रेनों की व्यवस्था कर दी गई है। राज्य सड़क परिवहन निगम की बारह हजार बसें प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जनपद पहुंचा रही हैं।
इसके अलावा प्रत्येक जिलाधिकारी के निवर्तन पर दो सौ बस की व्यवस्था की है। इस प्रकार सभी जनपदों में जिला धिकारियों को कुल पन्द्रह हजार बसें अतिरिक्त रूप से उपलब्ध कराई गई हैं।
प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी श्रमिकों को भोजन तथा पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। टोल प्लाजा एक्सप्रेस वे तथा प्रमुख चैराहों पर भी प्रवासी उनके लिए भोजन एवं पानी की व्यवस्था की गई है। यह सुनिश्चित किया गया कि प्रदेश में कोई भी भूखा न रहे। कम्युनिटी किचेन से पन्द्रह लाख लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। क्वारंटीन सेन्टरों की कुल क्षमता को भी पन्द्रह लाख तक किया जा रहा है।
होम क्वारंटीन के लिए जाते समय श्रमिकों को राशन किट व एक हजार रुपए का भरण पोषण भत्ता अवश्य दिया जाएगा। प्रदेश के विधि मंत्री बृजेश पाठक ने श्रमिकों के प्रति सरकार की इसी भावना को अभिव्यक्त किया। उन्होंने मजदूरों को अपने हाथ से चप्पलें पहनाई और उन्हें भोजन फल पानी सत्तू के पैकेट, मास्क और सैनिटाइजर प्रदान किये।