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‘क्लोज़ द केयर गेप’ थीम पर मनाया जाएगा विश्व कैंसर दिवस

विश्व कैंसर दिवस: कैंसर रोगियों को आयुष्मान कार्ड से मिल रहा जीवनदान

औरैया। ब्लॉक भाग्यनगर के फतेहपुर लख्मीजुआ निवासी सुनील कुमार बताते हैं कि उनकी जीभ में छाला था जिस कारण उन्हें खाना खाने में काफी समस्या रहती थी। आठ महीने पहले जांच में डॉक्टर ने जीभ में कैंसर की पुष्टि की। शुरू में जांच के लिए पैसा लगा था लेकिन जब आयुष्मान कार्ड के जरिए इलाज कराया तो पूरा इलाज निःशुल्क हुआ। उन्होंने ग्वालियर स्थित हॉस्पिटल में इलाज लिया। सर्जरी में भी खर्चा हुआ, तो आयुष्मान कार्ड के अंतर्गत ही वहन हुआ। उन्हे तीन कीमोथेरेपी दी जा चुकी हैं।

मुंह में बार-बार घाव भी हो सकता है कैंसर का कारण – डॉ महेश

केस-2 : ब्लॉक सहार के ग्राम कथूली पुरवा निवासी राम कुमार बताते हैं कि उन्हें जांघ कैंसर है। कुछ महीनों पहले उन्हें जांघ में गांठ जैसी महसूस हुई। दिखाया तो पता चला कि कैंसर के शुरुआत है। फिर ग्वालियर से इलाज शुरू हुआ। जानकारी मिली थी कि उनके इलाज में करीब 70 हजार रुपये खर्च होने थे लेकिन आयुष्मान कार्ड की मदद से वह बच गए।

विश्व कैंसर दिवस

सुनील और राम कुमार तो सिर्फ उदाहरण हैं। ऐसे कई मरीज हैं जो आयुष्मान योजना से निशुल्क लाभान्वित हो रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि आयुष्मान योजना आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए जीवनदान देने का काम कर रही है। ऐसे में जनमानस से अपील है कि जिंका जिनका आयुष्मान कार्ड अभी नहीं बना है वह अपने निकटतम स्वाथ्य केंद्र एवं जनसूचना केंद्र द्वारा आयुष्मान कार्ड जरुर बनवा ले।

जिससे कि जरुरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने बताया कि कैंसर के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। कैंसर के प्रति लोगों में भ्रांतियां हैं। इसको दूर करने के उद्देश्य से सभी जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में विश्व कैंसर दिवस की थीम ‘क्लोज़ द केयर गेप’ पर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

आयुष्मान भारत योजना के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ ज्योतिन्द्र मिश्रा ने बताया कि आयुष्मान योजना की शुरुआत 2018 सितंबर में हुई। पिछले माह कुल 51 कैंसर मरीजों का इलाज किया गया है। इसमें मेडिकल ऑनकोलोजी में सबसे अधिक 43, रेडिएशन ऑनकोलोजी में सा, एवं सर्जिकल ऑनकोलोजी में 1 मरीज का उपचार हुआ है। सबसे अधिक कैंसर मरीजों का उपचार ग्वालियर शहर में किया गया है। कानपुर नगर में सात, लखनऊ में दो, वाराणसी में एक और एक दिल्ली में। कुल मरीजों में 32 पुरुष एवं 19 महिलाएं हैं।

लक्षण- गैर संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ वीपी शाक्य बताते हैं कि कैंसर रोग के कुछ शुरुआती लक्षण होते हैं। शरीर में अत्यधिक थकान का बने रहना, अचानक वजन कम होना, सामान्य कमजोरी और थकान का बना रहना, शरीर के किसी भाग में कोई फोड़ा, गांठ होना, लंबे समय तक कफ का बना रहना और सीने में दर्द होना, माहवारी में अत्यधिक दर्द होना, और असमय खून का स्त्राव होना, निप्पल के आकार में अचानक बदलाव आना कैंसर का लक्षण हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर 

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