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ऐतिहासिक गुरूद्वारा नाका हिण्डोला में श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया नानकशाही 555वां नव वर्ष

लखनऊ। नानकशाही 555वां नव वर्ष आज 13 मार्च को “कीर्तन दरबार” के रूप में श्री गुरू सिंह सभा ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री गुरु नानक देव नाका हिण्डोला (Gurdwara Naka Hindola), लखनऊ में बड़ी श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

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गुरूद्वारा नाका हिण्डोला

मुख्य ग्रंधी ज्ञानी सुखदेव सिंह ने इस कीर्तन समागम के बारे में प्रकाश डालते हुए बताया कि 1 जनवरी को जो हम नव वर्ष मनाते हैं वह ईसवी सन के हिसाब से है, एक चेत यानी 14 मार्च को जो पंजाबी समाज नव वर्ष मना रहा है वह नानकशाही कैलेंडर के मुताबिक है और विक्रमी संवत के मुताबिक अप्रैल में भारतवासी नव वर्ष मनाते हैं।

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नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति और सभ्यता को साथ जोड़ने के लिए और जानकारी देने के लिए इस पंजाबी नव वर्ष पर भव्य कीर्तन दरबार का आयोजन किया जा रहा है। ताकि हम सब प्रभु का सिमरन और गुरबाणी का गायन करते हुए नव वर्ष में प्रवेश करें और परमात्मा की खुशियों को प्राप्त करें।

गुरूद्वारा नाका हिण्डोला

स्टेज सेक्रेटरी सतपाल सिंह मीत ने बताया कि इस अवसर पर फूलों से सुसज्जित संगमरमर की भव्य पालकी साहिब एवं दरबार हाल को बिजली की झालरों से बड़ी खूबसूरती से सजाया गया। रात्रि का विशेष दीवान 9.30 बजे प्रारम्भ हुआ जो रात्रि 12.30 बजे तक चला जिसमें पंथ प्रसिद्ध रागी जत्थे भाई जगतार सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब ने अपनी मधुरवाणी में धुर की बाणी आई तिनि सगली चिंत मिटाई। विच करता पुरुख खलोआ अूल न विंगा होआ। तूँ मेरा राखा सभनी थाई ता भउ केहा काढा जिउ। शबद कीर्तन गायन कर संगत को मंत्रमुग्ध कर दिया।

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तत्पश्चात भाई सिमरप्रीत सिेह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब ने मांगउ राम नाम इक दान। सगल मनोरथ पूरन होवहि सिमरहु तुमरा नाम। अैथे उथै रखवाला प्रभ सतिगुर दीन दयाला। शबद कीर्तन गायन कर आई साध संगतों को निहाल किया। इस अवसर पर सिमरन साधना परिवार के बच्चों ने भी शब्द कीर्तन गायन किया। संगत द्वारा श्री गुरू ग्रन्थ साहिब पर फूलों की वर्षा की गई। सभी ने एक दूसरे को नानकशाही नव वर्ष की बधाई दी।

गुरूद्वारा नाका हिण्डोला

संगतों की ओर से नये साल की खुशी में श्रद्धालुओं के लिए स्टाल लगाकर चाउमिन, काफी एवं गुरु का लंगर कढी़-चावल से संगत की सेवा की गई। संगत में लंगर बांटने की सेवा दशमेश सेवा सोसायटी के सदस्यों द्वारा की गई सिक्ख सेवक जत्थे के राजवंत सिंह बग्गा, कुलदीप सिंह सलूजा द्वारा जोड़ों की सेवा की गई।

कार्यक्रम में हरमिन्दर सिंह टीटू महामंत्री, तरनजीत सिंह मक्कड़, मनमीत सिंह बंटी, आज्ञापाल सिंह एवं राजिन्दर सिंह पप्पू आदि की देखरेख में सम्पन्न हुआ। समाप्ति के उपरान्त श्री गुरु सिंह सभा ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु नानक देव नाका हिण्डोला के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने विशेष रुप से पधारे रागी जत्थों को गुरु घर का सम्मान सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया और आई संगत को नानकशाही 555वेँ नव वर्ष की बधाई दी।

रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी

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