देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ती ही जा रही है। आखिरी 24 घंटे में 1.53 लाख संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं, जबकि 839 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र व राज्य सराकारों की चिंता भी बढ़ती ही जा रही है।
कई राज्य सरकारों ने बड़े-बड़े शहरों में नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। दूसरी ओर सरकारों ने स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दे दिया है। इसी कड़ी में यूपी की योगी सरकार ने 1 से 12वीं तक स्कूल-कॉलेज और कोचिंग सेंटरों को 30 अप्रैल तक बंद करने का ऐलान कर दिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को स्पष्ट कर दिया है कि पहले से तय परीक्षा होती रहेंगी। इस दौरान जरूरत के हिसाब से शिक्षक और अन्य स्टाफ को बुलाया जा सकता है। डीएम को जिले के सभी कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की लगातार आपूर्ति सुनिश्चित कराने के साथ ही शहर में उपलब्ध करीब 48 सरकारी एंबुलेंस की संख्या दोगुनी करने निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ के पुलिस आयुक्त से कहा कि धर्मस्थलों में पांच से अधिक लोगों को एक साथ प्रवेश की अनुमति न दी जाए। बाजारों में व्यापारियों से संवाद बनाकर उनका सहयोग लेते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए।
एक संक्रमित मरीज से 25 मीटर के दायरे और एक से अधिक मरीजों की स्थिति में 50 मीटर के दायरे को कंटेनमेन्ट जोन बनाया जाए। कंटेनमेंट जोन में पीपीई किट का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाए।
वहीं, वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। वाराणसी में कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने ये फैसला लिया है। मंदिर के गर्भगृह के सभी प्रवेश द्वार पर अरघा लगाकर भक्तों का प्रवेश भी बंद दिया गया है। सरकार ने नाइट कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने का भी निर्देश दिया है।