मुंबई । आरक्षण की मांग लेकर प्रदर्शन कर रहे मराठा आंदोलन को आज दो साल पूरे हो चुके हैं और इसी मौके पर आज सकल मराठा समाज द्वारा अपनी मांगों को लेकर महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है।
मराठा आंदोलन ; 7 तहसीलों में इंटरनेट बंद
मराठा आंदोलन को आज दो साल पूरे हो चुके हैं, इसलिए आज महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया गया है। गौरतलब है की इस बंद में मुंबई, ठाणे, नई मुंबई और बीड़ जैसे महत्त्वपूर्ण नगरों को शामिल नहीं किया गया है। बंद को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन पुणे की 7 तहसीलों में इंटरनेट बंद कर दिया है जिनके नाम कुछ इस प्रकार हैं- शिरुर, खेड, बारामति, जुन्नार, मवाल, दाउंड और भोर।
कहा जा रहा है कि संगठन में दरार पड़ती जा रही है। जहां एक धड़ा पूरे बंद के पक्ष में है वहीं दूसरा पक्ष शांतिपूर्ण विरोध की बात की है। जानकारी के अनुसार इस बंद से स्कूल, कॉलेज, मेडिकल जैसी विशेष सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहेंगी।
पूरा मराठा समाज नहीं दे रहा बंद का साथ
मराठा क्रांति मोर्चा ने 9अगस्त को महाराष्ट्र बंद का आह्वान काफी पहले से कर रखा था। लेकिन 23 जुलाई को अचानक औरंगाबाद में एक युवक के नदी में कूदकर आत्महत्या कर लेने के कारण पूरे महाराष्ट्र में आंदोलन भड़क उठा और अगले दो दिन महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में न केवल बंद रहा, बल्कि हिंसक आंदोलन भी कई दिन तक होते रहे। इसके बावजूद मराठा क्रांति मोर्चा 9अगस्त को पुनः बंद आहूत करने पर अड़ा है, लेकिन अब पूरा मराठा समाज उसके साथ खड़ा नहीं दिख रहा है।
मराठा समाज के बीड़ जनपद के संयोजक आबासाहब पाटिल ने साफ कर दिया है कि जब सरकार ने हमारी मांगें मानते हुए सरकारी क्षेत्र के लिए किया जानेवाला मेगा भर्ती अभियान रोक दिया है, और आरक्षण लागू करवाने के लिए नवंबर की समय सीमा भी निर्धारित कर दी है, तो आंदोलन का औचित्य नहीं बनता। उनके इस बयान के साथ ही 15 दिन पहले आंदोलन में काफी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने वाले बीड जनपद ने इस बंद से खुद को अलग कर लिया है।
महानगरों को बंद से रखा गया है बाहर
मुंबई, नई मुंबई और ठाणे जैसे महानगरों के संयोजकों ने साफ कह दिया है कि कुछ दिनों पहले ही ये महानगर उग्र आंदोलन देख चुके हैं। बार-बार जनता को परेशानी में डालना कतई उचित नहीं। इसलिए इन महानगरों को बंद से बाहर रखा गया है।
लेकिन इन महानगरों में मराठा समाज के लोग विभिन्न स्थानों पर धरना देकर अपना विरोध प्रदर्शन जरूर करेंगे।