भारत सरकार की अटल पेंशन योजना के तहत 60 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों को 1,000 रुपये से 5,000 रुपये मासिक पेंशन दी जाती है। इस स्कीम की शुरूआत 2015 में हुई थी और अब तक इससे करोड़ों लोग जुड़ चुके हैं। योजना राष्ट्रीय पेंशन योजना के जरिए पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित की जा रही है। योजना की ओवरड्राफ्ट सुविधा 10000 रुपए है। खातों का दुर्घटना बीमा 2 लाख है।
इस स्कीम में अगर आप रोजाना 7 रुपये का निवेश करते हैं तो आपको 60 साल की उम्र का पड़ाव पार करने के बाद हर महीने 5 हजार रुपये पेंशन मिलेगी। 7 रुपये को अगर हम पूरे महीने के हिसाब से देखें तो 30 दिन के हिसाब से 210 रुपये। यानि कि अगर रोजाना सात रुपये का फिर महीने के 210 रुपये आपको इस पेंशन का हकदार बना सकते हैं। अब आपके मन में सवाल होगा कि इस स्कीम में कब तक ये निवेश करना होगा?
भारत का 18 से 40 साल के आयुवर्ग का कोई भी व्यक्ति इस योजना से जुड़ सकता है। अगर आपका किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में खाता है तो आप इस योजना से जुड़ सकते हैं। पेंशन पाने के लिए आपको कितनी राशि का भुगतान करना है, यह दो बातों पर निर्भर करता है। सबसे पहली चीज तो यह है कि आप किस उम्र में इस योजना से जुड़ रहे हैं। दूसरी सबसे अहम चीज यह है कि आप 60 साल की आयु के बाद कितना पेंशन चाहते हैं।
उदाहरण के तौर पर अगर कोई व्यक्ति 18 साल की आयु में इस योजना से जुड़ता है और 60 साल की उम्र के बाद 1,000 रुपये की मासिक पेंशन चाहता है तो उसे 60 साल की आयु तक हर महीने 42 रुपये खर्च करने होंगे। वहीं, अगर यह व्यक्ति 5,000 रुपये मासिक की पेंशन चाहता है तो उसे 60 साल का होने तक हर महीने 210 रुपये जमा कराने होंगे। इस स्कीम के तहत 1,000 रुपये, 2,000 रुपये, 3,000 रुपये, 4,000 रुपये और 5,000 रुपये की तय पेंशन मिलती है।
इस योजना में निवेश करने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसकी पत्नी और पत्नी की भी मृत्यु होने की स्थिति में बच्चों को पेंशन मिलने का प्रावधान है। इनकट टैक्स के सेक्शन 80 सीसीडी के तहत टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है। एक सदस्य के नाम से सिर्फ 1 ही अकाउंट खोला जा सकता है।