सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने कर्ज की दर एमसीएलआर में कटौती की है। दोनों ही बैंकों ने मार्जिन कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में कटौती की है। केनरा बैंक ने 0.10 फीसदी और बैंक ऑफ महाराष्ट्र में 0.20 फीसदी तक की कटौती है। ये कटौती सभी अवधि के लोन के लिए की गई है। नई दरें है लागू । बता दें कि इस कटौती के बाद होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई कम हो जाएगी।
केनरा बैंक की ओर से जारी बयान के मुताबिक बैंक ने एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर रेट 7.65 फीसदी से घटाकर 7.55 फीसदी कर दिया है। वहीं, ओवरनाइट और एक महीने की अवधि वाली उधारी दरें भी 0.10 फीसदी से घटकर 7.20 फीसदी रह गई हैं। इसी तरह 3 महीने का एमसीएलआर 7.55 फीसदी से घटकर 7.45 फीसदी रह गया है।
वहीं, बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने एक साल के लिए एमसीएलआर रेट 7.70 फीसदी से घटाकर 7.50 फीसदी कर दिया है। बैंक के ओवरनाइट एक महीने और तीन महीने की अवधि के एमसीएलआर भी घटकर क्रमश: 7 फीसदी, 7.10 फीसदी और 7.20 फीसदी रह गए है। इसी तरह बैंक ने 6 महीने की अवधि के एमसीएलआर को 7.50 फीसदी से घटाकर 7.30 फीसदी कर दिया है।
एचडीएफसी, एसबीआई ने की एमसीएलआर में कटौती
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी ने अपने कर्ज की ब्याज दर में 0.20 फीसदी की कटौती की थी, जो 12 जून 2020 से लागू हो गई है। इससे पहले एसबीआई ने अपनी कर्ज की दरों में एक बार फिर कटौती करते हुए सभी टेन्योर के कर्ज पर एमसीएलआर रेट 0.25 फीसदी घटाया। नई कर्ज दरें 10 जून से प्रभावी है। दरअसल आरबीआई ने पिछले महीने रेपो रेट में 0.40 फीसदी की कटौती की थी, जिसके बाद ये 4 फीसदी के निचले स्तर पर आ गया। इसके पहले मार्च में भी रेपो रेट में 0.75 फीसदी की कटौती की गई थी। इसके बाद बैंकों ने भी एमसीएलआर दरों में कटौती शुरू की है।