पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान को डोप टेस्ट में फेल होने की वजह से बीसीसीआई के निर्देश पर बड़ौदा रणजी टीम से बाहर किया गया था। पठान को पिछले वर्ष टूर्नामेंट के दौरान हुए डोप टेस्ट में प्रतिबंधित पदार्थ टर्बुटेलाइन के सेवन का दोषी पाया गया।
यूसुफ पठान की तबीयत ठीक नहीं थी
ऐसी जानकारी मिली कि जब यूसुफ पठान की तबीयत ठीक नहीं थी तब उन्होंने ब्रोजेट नामक दवाई ली जिसमें टर्बुटेलाइन नामक पदार्थ था। खिलाड़ी को कोई विशेष दवाई लेने के लिए थेरेप्यूटिक यूज एक्जेम्पशन (टीयूई) का आवेदन करना होता है।
- पठान ने इस तरह का कोई आवेदन नहीं किया।
- उनके टीम के डॉक्टर ने भी इस तरह की दवाई के उपयोग के लिए पूर्व में अनुमति नहीं ली।
- यूसुफ को 5 महीने के लिए निलंबित किया गया है।
- और उनका निलंबन 15 अक्टूबर 2017 से प्रभावी हो चुका है।
- बीसीसीआई ने कहा पठान पिछले वर्ष मार्च में लिए डोप टेस्ट में असफल हुए थे।
- 16 मार्च 2017 को नई दिल्ली में उनके यूरिन का नमूना लिया गया था।
- जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ टर्बुटेलाइन पाया गया।
- यह वाडा के प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में शामिल है।
- इसके बाद 27 अक्टूबर को पठान को एंटी डोपिंग रूल वायोलेशन (एडीआरवी) के तहत आयोग ने चार्ज किया।
- अस्थायी रूप से निलंबित किया गया।
- पठान ने जवाब में कहा कि उन्होंने अनजाने में निर्धारित दवाई की बजाए यह दवाई ले ली थी।
- उन्होंने सांस लेने में हो रही परेशानी के चलते यह दवाई ली थी।
- इसके बाद आयोग ने पाया कि उन्होंने प्रदर्शन को सुधारने के लिए ऐसा नहीं किया था।
- इसके चलते उन्हें 5 महीनों के लिए निलंबित किया गया।
- यूसुफ के निलंबन की अवधि 15 अगस्त 2017 से प्रभावी हो गई और उनका निलंबन 14 जनवरी 2018 को समाप्त हो जाएगा।
- यूसुफ पठान अब प्रदीप सांगवान के बाद डोप टेस्ट में फेल होने वाले दूसरे भारतीय क्रिकेटर बन गए।
- दिल्ली के तेज गेंदबाज सांगवान को 2013 में डोप टेस्ट में फेल होने की वजह से 18 महीनों के लिए बैन किया गया था।