रुकने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार एक के बाद एक हमले हो रहे हैं। मुसलमानों व दलितों को निशाना बनाया जा रहा है। दाढ़ी-टोपी से पहचान रखने वालों को पीटा जा रहा है।जबरन खास तरह के नारे लगाने के लिए दबाव डाला जाता है। कभी गौ माता चोरी तो कभी गौवध का आरोप लगाकर बेकसूर युवकों को जान ली जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी प्रदेश सरकारें चुपचाप हैं। मॉब लिंचिंग के विरूद्ध कानून नहीं बनाया जा रहा है। अभी सिर्फ केरल सरकार ने पहल की है। यह बोलना है यूनाइटेड आगेंस्ट हेट के नदीम खान का।प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि के पीड़ितों को तुरंत मदद देने के लिए एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया गया है। सोमवार को प्रेस क्लब में राष्ट्रीय सचिव, जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द के मलिक मोहतसिम खान ने कहा, “मॉब लिंचिंग व नफरती हिंसा की घटनाओं में बढ़ोतरी चिंता का विषय है। हमें समाज की मनः स्थिति को बदलने के लिए मिल जुलकर कार्य करना होगा। जान व माल की हिफाज़त की जबाबदेही सरकार की है। सरकार को इस सिलसिले में ठोस क़दम उठाना होगा। ”
फादर माइकल विलियम, फाउंडर अध्यक्ष, माइनॉरिटी क्रिश्चियन फोरम ने कहा, “पीड़ितों की मदद के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी करना एक अच्छी प्रयास है। ईसाईयों को भी निशाना बनाया गया व देश भर में कई घटनाएं हुईं हैं। इस संविधान को बचाने के लिए सबको सामने आना होगा। प्रेम-भाईचारे का माहौल बना कर हिंदुस्तान को आगे बढ़ाना है।
इस मौके पर हेल्पलाइन नम्बर जारी करते हुए चिकित्सक कफ़ील ने कहा, “एक खास संगठन देश में नफ़रत के बीज बोने का कार्य कर रहा है। सरकारें उस कार्य को आगे बढ़ा रही हैं।धर्म के नाम पर लोगों को मारा जाना बहुत अफसोसजनक है। ”
वहीं वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश ने बोला कि हिंसा चाहे जिसके साथ भी हो उसे रोकने के लिए सामुहिक कोशिश करने की ज़रूरत है। सबको साथ मिलकर न्याय व शान्ति सुनिश्चित करनी चाहिए। उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता एहतेशाम हाशमी ने बोला हेल्पलाइन की ज़रूरत सबसे ज़्यादा ग्रामीण और सुदूर इलाकों में है। न्याय दिलाने के लिए हम लोग हमेशा तैयार रहेंगे।
सुप्रीम न्यायालय के ही वरिष्ठ अधिवक्ता फ़ुजैल अय्यूबी ने बोला उच्चतम न्यायालय ने इस पर जो दिशा-निर्देश जारी किए हैं वो बहुत ही जरूरी हैं। लेकिन उच्चतम न्यायालय की गाइडलाइन को अब तक लागू नही किया जाना अफसोसजनक है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, अपूर्वानंद,ने बोला आज हिन्दुस्तान की सच यह है कि हर रोज़ इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।संसद व मीडिया को इस पर बात करनी चाहिए। मुसलमान, ईसाई व दलितों पर लगातार हिंसा जारी है।
फोन करने पर हेल्पलाइन से यह मिलेगी मदद
नदीम खान ने बताया कि टोल फ्री नंबर 1800-3133-60000 जारी किया गया है। इस पर 24 घंटे कॉल की जा सकती है। हेल्पलाइन का मकसद के शिकार लोगों को त्वरित न्याय दिलाने में मदद करना, मीडिया के ज़रिए ठीक पक्ष की रिपोर्टिंग, डॉक्यूमेंटेशन व न्यायिक मदद की प्रयास करना होगा। साथ ही इस तरह के हमलों की घटनाओं का दस्तावेज़ तैयार कर उस पर चरणबद्ध ढंग से आंदोलन की रुपरेखा तैयार की जाएगी।