राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नस्लीय टिप्पणी के बाद डेमोक्रेटिक कांग्रेस पार्टी की महिला सदस्यों ने मीडिया के समाने आकर असहमति जाहिर की है. उन्होंने अमरीका जैसे महान देश में इस तरह के बयान को चौकाने वाला बताया है. उन्होंने बोला कि यहां सदियों से अप्रवासी लोगों का विशेषाधिकार रहा है.ट्रंप देश में नफरत फैलाने का कार्य कर रहे. उन्होंने बोला कि यह देश स्त्रियों को मौका प्रदान करने वाला देश है. उन्होंने ट्रंप के “सफेद राष्ट्रवादियों के एजेंडे” को खारिज कर दिया. बताते चलें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अश्वेत महिला सांसदों पर रविवार को बेहद आपत्तिजनक नस्लीय टिप्पणी की थी. उन्होंने ट्वीट करके बोला कि वे अमरीका छोड़कर अपने उजड़े व क्राइम ग्रस्त राष्ट्रों में लौट जाएं, जहां से वे आई हैं.
विवादों में फंसे अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप , महिला कांग्रेस पार्टी सदस्यों को अपने देश वापस जाने की सलाह
सांसदों में न्यूयॉर्क की एलेक्जेंड्रिया ओकासियो कॉर्टेज, मिनिसोटा की इल्हान ओमर,मिशिगन की राशिदा तलाइब व मैसाचुसेट्स की अयाना प्रेस्ली ने मीडिया सामने अपनी बात रखी.ट्रंप ने रविवार को ट्वीट करके वामपंथी महिला डेमोक्रेटिक सांसदों का हवाला देते हुए यह टिप्पणी अश्वेत महिला सांसदों को निशाना बनाकर की थी. राष्ट्रपति की इस टिप्पणी को लेकर टकराव पैदा हो गया है. डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवारों व वरिष्ठ सांसदों ने नस्लीय व घृणा से भरे इस टिप्पणी के लिए ट्रंप की आलोचना की.
इस मौके पर ओकासियो कॉर्टेज ने बोला कि वह इस देश के बच्चों को वह ठीक राह दिखाना चाहतीं हैं. कोई फर्क नहीं पड़ता कि राष्ट्रपति क्या कहते हैं, यह देश आपका है व यह सभी का है. उन्होंने बोला कि निर्बल दिमाग के नेता बहस करने से बचने के लिए हमारे देश के प्रति वफादारी को चुनौती देते हैं. महिला सांसद इल्हान ओमर ने बोला कि अमरीकी राष्ट्रपति के इस बयान से वे दुखी हैं. उनकी यह हरकत नाजी शासन की याद दिलाती है. काले व गोरे का भेद कर राष्ट्रपति देश को बांटना चाहते हैं.