भारतीय कार मार्केट में कुछ मॉडल्स ऐसे हैं जो पुराने होने पर भी अच्छी मूल्य में बिकते हैं. जानिए पुरानी कारों के मार्केट के ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में.
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- इस सेगमेंट में कई विकल्प हैं लेकिन सबसे आगे बलेनो बताई जा रही है. फिएट की पुंटो इस मार्केट में दिखती ही नहीं है. हुंडई की आई 20 को भी इस मार्केट में कम पूछा जाता है. नयी बलेनो के वेटिंग पीरियड ने भी इस मार्केट को गर्मा रखा है.
एंट्री लेवल हैचबैक :इस सेगमेंट में एक जमाने में ‘मारुति 800’ ने राज किया. फिर ‘ऑल्टो’ ने कमान संभाली. लेकिन अब रेनो ‘क्विड’ की मांग है. यंग व पहली बार कार खरीदने वाले अगर सेकंड हैंड मार्केट चुनते हैं तो इसी गाड़ी का पूछते हैं. कम मूल्य में विशेषता से लोडेड यह कार खूब बिक रही है.
मिड-साइज हैचबैक :बेशक मारुति की ‘स्विफ्ट’ इस सेगमेंट पर राज करती है. बात नयी कार की हो या पुरानी, दोनों में ही स्विफ्ट का नाम लिया जा सकता है. लगभग दो दशक के सफर से इस कार ने यह स्थान हासिल की है. जाहिर तौर पर मारुति का भरोसा भी इसके साथ है.
- इस सेगमेंट में कई वर्ष से सिर्फ होंडा सिटी लीड कर रही है. नेक्सा पर बिकने वाली ‘सिआज’ व फिएट ‘लीनिया’ के अपने चाहने वाले हैं लेकिन होंडा ‘सिटी’ जैसी मूल्य किसी को नहीं मिलती.
कॉम्पैक्ट सेडान :फोर्ड ‘एस्पायर’ व हुंडई ‘एक्सेंट’ से कहीं आगे है मारुति ‘डिज़ायर’. लेकिन ‘डिज़ायर’ इस सेगमेंट में अकेली नहीं है, होंडा ‘अमेज’ इसे बराबर मुक़ाबला दे रही है.‘अमेज’ अपने क्लास, लीडिंग कम्फर्ट व इंटीरिअर के कारण बिकती है. नए मॉडल के बाद पुराने की मूल्य कुछ कम हुई है. लेकिन ‘डिजायर’ को कम मैंटेनेंस कॉस्ट का लाभमिलता है.
डी सेगमेंट सेडान :टोयोटा की ‘कोरोला अल्टिस’ को इस मार्केट में तगड़ी मूल्य मिलती है. फॉक्सवेगन ‘जेटा’ का भाग ना के बराबर है. एक वक्त शेवरोले ‘ऑप्ट्रा’ व ‘क्रूज’ भी अच्छी मूल्य पर बिकती थीं. दुनियाभर में ‘कोरोला’ को बरसों साथ निभाने वाली गाड़ी माना जाता है, तो हिंदुस्तान में इसे कैसे कम मूल्य मिल सकती है.
- अभी टाटा ‘हैरिअर’ नयी है, लेकिन दो वर्ष बाद यह हलचल पैदा करेगी. वैसे महिंद्रा ‘एक्सयूवी 500’ सबसे आगे है. इसके पीछे है टाटा हेक्सा. ‘एक्सयूवी 500’ की मांग की वजह इसके लुक्स व मूल्य ही है.
सब-4 मीटर एसयूवी :मारुति सुजुकी की ‘विटारा ब्रेजा’ का वेटिंग पीरियड लंबा है. इस सेगमेंट में बात नयी की हो या पुरानी की ‘ब्रेजा’ ही लीडर है व ऊंची मूल्य पर बिकती है.फोर्ड की ‘ईकोस्पोर्ट्स’ कुछ समय पहले तक एक चुनौती थी लेकिन नए मॉडल के लॉन्च होने के बाद पुरानी की मूल्य में गिरावट है.
कॉम्पैक्ट एसयूवी :हुंडई ‘क्रेटा’ का कोई मुकाबला नहीं है. सेकंड हैंड कार मार्केट में इसकी मांग बहुत है व बिकने यह कम ही आती है. इस हिट मॉडल के लोग दीवाने हैं. वजह आरामदायक राइड, खूबसूरत बॉडी लाइन व शक्तिशाली इंजन मानी जा रही है.
- इस सेगमेंट में कई विकल्प हैं लेकिन सबसे आगे बलेनो बताई जा रही है. फिएट की पुंटो इस मार्केट में दिखती ही नहीं है. हुंडई की आई 20 को भी इस मार्केट में कम पूछा जाता है. नयी बलेनो के वेटिंग पीरियड ने भी इस मार्केट को गर्मा रखा है.