लखनऊ। सरकारी राजस्व बकाया नहीं देने पर प्रशासन ने तुलसियानी ग्रुप पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। डेढ़ करोड़ रुपये का बकाया नहीं जमा करने पर प्रशासन ने शुक्रवार को गोमतीनगर स्थित कंपनी के कार्यालय में ताला लगा दिया। वहीं बिल्डर का कहना है कि प्रशासन बेवजह उनको परेशान कर रहा है। जबकि उनको कोर्ट से स्टे मिला हुआ है।
एसडीएम सदर अभिनव रंजन श्रीवास्तव के मुताबिक
एसडीएम सदर अभिनव रंजन श्रीवास्तव के मुताबिक तुलसियानी ग्रुप के निदेशक अनिल कुमार पर श्रम देय के 98 लाख और रेरा के 55.40 लाख रुपयों समेत करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये बकाया हैं। इस पर अनिल कुमार ने दो करोड़ रुपये पर स्टे ले रखा है। बिल्डर को पहले रकम जमा करने के लिए नोटिस जारी किया गया और मियाद खत्म होने के बाद आरसी भी काटी गई।
कुर्की की चेतावनी पर अनिल ने जो डेढ़ करोड़ रुपये का चेक दिया, वह बाउंस हो गया। इसके बाद शुक्रवार को बिल्डर का ऑफिस सीज कर दिया गया।
एसडीएम के मुताबिक अगर बिल्डर ने बकाया नहीं जमा किया तो उनको गिरफ्तार किया जाएगा। इसके अलावा बिल्डर की दूसरी तहसील क्षेत्रों में स्थित संपत्तियों को भी जब्त करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
ग्रुप के निदेशक अनिल कुमार का कहना है कि बकाया वसूली की आरसी पर कोर्ट में सुनवाई चल रही है। एक पर कोर्ट से स्टे मिल चुका है। एसडीएम ने बिना नोटिस कार्यालय सीज कर दिया, जो पूरी तरह गलत है। कार्यालय पर ताला डालने से हमारे निवेशकों को समस्या होगी। हम ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं। जब छापा मारा तो निदेशक कार्यालय में नहीं थे इसके बावजूद एसडीएम बिना कोई बात सुने कार्यालय को सीज कर दिया।
डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि सरकारी राजस्व की बकाया वसूली में लापरवाही बरतने वाले अमीनों पर भी कार्रवाई होगी। जितने भी डिफाल्टर बकाएदार हैं, उनकी आरसी जारी कर संपत्ति कुर्क की जाएगी। नहीं जमा करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा।