अजीम प्रेमजी ने हिंदुस्तान की महान आईटी कंपनी विप्रो के कार्यकारी चेयरमैन का पद छोड़कर अपने बेटे रिशद को कमान देने का ऐलान किया है. महज 21वर्ष की आयु में जिम्मेदारी संभालने वाले प्रेमजी ने 53 वर्ष में कंपनी का कारोबार सात करोड़ से 12 हजार गुना बढ़कर 83 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच दिया. अब इसकी बागडोर उनके बेटे रिशद संभालेंगे. रिशद प्रेमजी 31 जुलाई से पदभार संभालेंगे. आइए जानते हैं कि कौन है रिशद प्रेमजी रिशद वर्ष 2007 में कारोबार से जुड़े
रिशद ने कारोबार में अपनी भी एक पहचान बनाई है. वह वर्ष 2007 में विप्रो से जुड़े थे. उन्होंने शुरुआता में इन्वेनस्टार रिलेशन व कॉरपोरेट अफेयर्स से जुड़े कार्यकिए. विप्रो में कार्य करने से पहले उन्होंने लंदन की वेब कंपनी में कार्य किया था.
यहां से की पढ़ाई
रिशद प्रेमजी ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया है व अमेरिका के वेस्लेरयन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्सन में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है. इसके अतिरिक्तरिशद ने लंदन के स्कूेल ऑफ इकोनॉमिक्सव से भी स्पे्शल कोर्स भी किया है. वर्ष 2014 में वर्ल्डा इकोनॉमिक फोरम ने रिशद को यंग ग्लोकबल लीडर के तौर पर भी सम्माैनित किया था. रिशद आईटी कंपनियों के संगठन नैस्कॉम (NASSCOM) के चेयरमैन भी रहे हैं.
संभालेंगे देश की तीसरी बड़ी आईटी कंपनी
रिशद अब 1.76 लाख करोड़ रुपये की बाजार कैप की विप्रो को संभालेंगे. विप्रो देश की तीसरी बड़ी आईटी कंपनी है. विप्रो के दुनियाभर में एक लाख तीस हजार कर्मचारी हैं व इसकी 54 राष्ट्रों में शाखाएं हैं. विप्रो का मुख्यालय बेंगलुरु में है. अजीम प्रेमजी के परिवार में पत्नी यास्मिन व दो बच्चे रिशद व तारिक हैं.