लोगों को जल्द ही आधा लीटर दूध का पैकेट खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे. केन्द्र सरकार ने दूध का विपणन करने वाली सभी डेयरी कंपनियों से ऐसा करने के लिए बोलाहै. हालांकि एक लीटर दूध का पैकेट लेने के लिए पुरानी मूल्य ही देनी होगी. सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने के लिए यह कदम उठाया है.
आधा लीटर पैकेट का कम हो उत्पादन
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पशुपालन व डेयरी सचिव अतुल चतुर्वेदी ने अमूल व दूसरी प्रमुख डेयरी कंपनियों से आधा लीटर वाले पैकेट का उत्पादन कम करने के लिए बोला है. इसके साथ ही एक लीटर के पैकेट का दोबारा प्रयोग करने के लिए भी बोला है. एक लीटर का पैकेट वापस करने वाले ग्राहकों को छूट देने के लिए बोला गया है.
खाली पैकेट का हो सड़क निर्माण में इस्तेमाल
सरकार ने डेयरी कंपनियों से बोला है कि वो खाली पैकेट का प्रयोग सड़क निर्माण में इस्तेमाल करने के लिए दें. इसके साथ ही दो अक्तूबर से आधा लीटर पैकेट का उत्पादन कम कर दें.
महंगा होगा पैकेट लेना
दूध के अतिरिक्त दही व अन्य दुग्ध उत्पाद सबसे ज्यादा छोटे पैकेट में बिकते हैं. इनमें सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है. अब सरकार इनका इस्तेमाल कम करना चाहती है.सरकार का मानना है कि मूल्य ज्यादा होने पर लोग इनका प्रयोग करना कम कर देंगे.
पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार देश में प्रतिदिन 20 हजार टन प्लास्टिक कूड़ा जेनरेट होता है, जिसमें से केवल 14 हजार टन ही इकठ्ठा हो पाता है. ऐसे में इस कूड़े से पर्यावरण पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी वैसे भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने के लिए लोगों से 15 अगस्त को अपील कर चुके हैं.