काले धागे को अक्सर टोना-टोटका से जोड़ा जाता है। लेकिन यह पूर्ण सत्य नहीं है। दरअसल, काले धागे का संबंध वैदिक ज्योतिष से भी है और ज्योतिष में इसका ख़ास महत्व भी है। आपने यह देखा होगा कि जब किसी को बुरी नज़र या बुरी शक्तियां परेशान करती हैं तो अक्सर उन्हें काले धागे को बांधने की सलाह दी जाती है। लेकिन सवाल ये है कि क्या हर किसी को काला धागा पहनना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में काले धागे को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं।
वैदिक ज्योतिष के मुताबिक मेष और वृश्चिक राशि के जातक अगर काला धागा पहनते हैं तो उनके जीवन में परेशानियां आने के आसार रहते हैं। व्यक्ति निर्णय लेने में असहजता महसूस करता है। काला धागा से इन राशि वालों के मन में बेचैनी का भाव रहता है। यह इनके जीवन में असफलता का कारण भी बन सकता है। इसलिए इन राशि के जातकों को कभी भी काला धागा नहीं पहनना चाहिए। काला धागा न केवल बुरी नज़र से बचाता है, बल्कि यह शनि ग्रह को भी मजबूत करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 12 राशियों में ऐसी 2 राशियां हैं जिनके लिए काला धागा अनुकूल नहीं माना जाता है। इन दो राशियों में एक राशि मेष है तो दूसरी वृश्चिक है। दरअसल, इन दोनों ही राशियों का अधिपति मंगल है और मंगल को काला रंग पसंद नहीं है। मंगल ग्रह को लाल रंग प्रिय है। इसका रंग भी लाल है। यह सेना, भूमि, युद्ध और सैन्य शक्ति का कारक है।
वहीं तुला, मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए काला धागा बहुत ही शुभ होता है। तुला शनि की उच्च राशि है। वहीं मकर और कुंभ राशि का मालिक शनि है। इन राशि के जातकों को काला धागा पहनने से रोजगार में तरक्की मिलती है। काले धागे को धारण करने से इनके जीवन से दरिद्रता दूर जाती है।