भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का दूसरा मून मिशन चंद्रयान-2 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। चंद्रयान-2 आज दोपहर 2.43 बजे देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट GSLV-MK3 से लॉन्च किया जाएगा। इसके बाद चांद के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने के लिए चंद्रयान-2 की 48 दिन की यात्रा शुरू हो जाएगी। इसरो के अध्यक्ष के सिवन ने रविवार जानकारी दी।
इस उल्टी गिनती के दौरान रॉकेट और अंतरिक्ष यान प्रणाली की जांच की जा रही है और रॉकेट के इंजन को शक्ति प्रदान करने के लिए ईंधन भरा जा रहा है।
इसरो आज चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान को चांद पर भेजने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसरो चीफ के सिवन ने रविवार को इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण को लेकर इसरो की ओर से सभी तैयारी कर ली गई है। पहले की लॉन्चिंग के समय जो भी तकनीकी खामी सामने आई थीं, उन्हें दूर कर लिया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले चंद्रयान-2 को लेकर जीएसएलवी-एमके-3 रॉकेट 15 जुलाई को ही तड़के 2.51 बजे उड़ान भरने वाला था, मगर तकनीकी खराबी के कारण रॉकेट के प्रस्थान करने से एक घंटा पहले उड़ान स्थगित कर दी गई।
15 जुलाई को चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण को तय समय से करीब 1 घंटे पहले टाल दिया गया था। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ट्वीट किया था, “तकनीकी गड़बड़ी के कारण 15 जुलाई, 2019 को रोका गया चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण अब भारतीय समय के अनुसार सोमवार, 22 जुलाई, 2019 को दोपहर 2:43 बजे तय किया गया है।”
इसरो ने अपने जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-मार्क तृतीय (जीएसएलवी-एमके तृतीय) में आई तकनीकी खामी दूर करने के बाद प्रक्षेपण के लिए संशोधित समय तय किया है। इससे पहले 15 जुलाई को इसी जीएसएलवी-एमके तृतीय रॉकेट में तकनीकी खामी आने के कारण चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग नहीं हो पाई थी।