भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अफगानिस्तान के विरूद्ध हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया। दुनिया कप में हैट्रिक लेने वाले वह दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उनसे पहले यह चेतन शर्मा ने उपलब्धि हासिल की थी। चेतन शर्मा ने 1987 दुनिया कप में न्यूजीलैंड के विरूद्ध हैट्रिक ली थी। उनकी उन तीन गेंदों ने क्रिकेट की संसार में भारतीय बॉलिंग की एक अलग धाक जमाई व अब 32 वर्ष बाद शमी ने हैट्रिक लेकर एक बार संसार को बता दिया कि वो हिंदुस्तान का अटैक अब व भी खतरनाक हो गया है।
जानिए उन छह गेंदों के बार में, जिससे विपक्षियों बल्लेबाजों के मन में पैदा हो गया भारतीय अटैक का खौफ
चेतन शर्मा ने हैट्रिक अक्टूबर 1987 दुनिया कप में न्यूजीलैंड के विरूद्ध ली थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए कीवी टीम ने 41 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 182 रन बना लिए थे।केन रदरफोर्ड 26 रन बनाकर खेल रहे थे। मनोज प्रभाकर ने पांच ओवर बचे थे। लेकिन यहां कपिल देव ने चौंकाने वाला निर्णय व पिछले पांच ओवर में बहुत ज्यादा महंगे साबित हुए चेतन शर्मा को गेंद थमा दी। 42वें ओवर में अटैक पर चेतन आए, जो उनका छठा ओवर था। शुरुआती तीन गेंदों पर एक भी रन नहीं दिया व अगली तीन गेंदों पर तो उन्होंने वो कर दिखाया, जिससे उनका नाम आज तक याद किया जाता है।
42.4: रदरफोर्ड स्ट्राइक पर थे। चेतन शर्मा ने अपने ओवर की चौथी गेंद फेंकी। जो तेज गति ऑफ कटर थी। बल्लेबाज ने यहां डिफेंस करने की प्रयास की, लेकिन वह क्लीन बोल्ड हो गए। गेंद सीधे मिडिल स्टंप पर लगी।
42.5: रदरफोर्ड के पवेलियन लौटने के बाद स्ट्राइक पर आए विस्फोटक बल्लेबाज इयान स्मिथ। चेतन शर्मा ने इस बार तेज इन कटर गेंद फेंकी, जिसने बल्लेबाज को चकमा देते हुए ऑफ स्टंप उखाड़ दिया।
42.6: फिर आए एवेन चैटफील्ड। यहां पर चेतन शर्मा ने पास इतिहास रचने का मौका था। इस गेंद को डालने से पहले कैप्टन के साथ उनकी बहुत ज्यादा देर बात हुई। फिर उन्होंने फुल लेंथ गेंद डाली, जिसे खेलने के लिए चैटफीलड अक्रास आ गए व गेंद ने लेग स्टंप उखाड़ दिया। हैट्रिक के दौरान चेतन ने तीनों स्टंप उखाड़े थे।
अफगानिस्तान के विरूद्ध मोहम्मद शमी ने आखिरी ओवर करवाया। इस ओवर से पहले उन्होंने नौ ओवर में 36 रन देकर एक विकेट लिया। आखिरी ओवर की पहली गेंद पर मोहम्मद नबी ने चौका लगाकर शमी का स्वागत किया। दूसरी गेंद पर शमी ने कोई रन नहीं दिया। इसके बाद वाली गेंद पर प्रारम्भ हुआ शमी का खेल।
49.4: शमी के सामने अब आफताब आलम थे। शमी ने एक बार फिर से यॉर्कर से हमला किया। आलम ने भी स्थान बनाकर शॉट लगाना चाहा। आलम पीछे हट गए व स्वीप लगाने का कोशिश किया। लेकिन असफल रहे व गेंद मिडि व लेग स्टंप के बीच लग गई।
49.5: लगातार दो गेंद में दो विकेट लेकर मोहम्मद शमी हैट्रिक पर थे। मुजीब उर रहमान स्ट्राइक पर थे। शमी ने एक बार फिर से वही गेंद डाली, जिन पर पहले लगातार दो विकेट गिरे थे। शमी की रणनीति कार्य आई। व वे भी बोल्ड हो गए। इसी के साथ शमी ने इतिहास बना दिया। पूरा भारतीय खेमा खुशी से झूम उठा।