Breaking News

ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले हो जाएं होशियार, सोशल मीडिया के जरिये चालान करेगी पुलिस

संशोधित मोटर वाहन विधेयक राज्यसभा में भी पास हो गया है  जल्द ही कानून का रूप ले लेगा. वहीं नए अधिनियम में मौजूदा नियमों को  कठोर बनाया गया है, साथ ही 10 गुना तक जुर्माना राशि भी बढ़ाई गई है. इसके बाद माना जा रहा है कि ट्रैफिक पुलिस की चालान से होने वाली आय में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी. वहीं इसमें सबसे ज्यादा सहयोग सोशल मीडिया का होगा.

छह महीनों में ही 31,124 चालान
न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक सोशल मीडिया पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के फोटोग्राफ शेयर करने के मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिये ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने की फोटोग्राफ्स जमकर शेयर की जा रही हैं. इनके जरिये पुलिस ने मात्र छह महीनों में ही 31,124 चालान जारी किए हैं. इन फोटोग्राफ्स को फेसबुक, ट्विटर,  व्हाट्सअप पर शेयर किया गया था. वहीं पिछले वर्ष यह आंकड़ा 10,009 चालान का था, जबकि 2017 में यह संख्या 8 हजार के आसपास थी.
पिछले वर्ष दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 64.8 लाख चालान काटे थे, जबकि 2017 में यह आंकड़ा 56.7 लाख चालान का था. बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाने जैसे सामान्य अपराधों को छोड़ कर ट्रैफिक पुलिस इन तीनों प्लेटफॉर्म्स का बहुत ही प्रभावी तौर पर प्रयोग कर रही है. इनमें फुटपाथ पर पार्किंग, नो-पार्किंग जोन में पार्किंग या बेकार नंबर प्लेट जैसे मुद्दे सबसे ज्यादा होते हैं. पुलिस का भी मानना है कि आम लोगों की तरफ से शेयर किए जाने वाले फोटोग्राफ्ट सबसे सुरक्षित सबूत होते हैं. वहीं ट्रैफिक पुलिस का बोलना है कि प्रतिदिन उन्हें 300 से 400 शिकायतें सोशल मीडिया पर मिलती हैं, लेकिन कई शिकायतें बिना फोटोग्राफ्स वाली होती हैं, जो किसी कार्य की नहीं होतीं.
ट्रैफिक पुलिस के सोशल मीडिया हैंडल ट्विटर पर 11 लाख फॉलोअर्स हैं, जबकि 2.73 लाख फॉलोअर्स फेसबुक पर हैं. ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक उन्हें सबसे ज्यादा शिकायतें नो-पार्किंग साइनबोर्ड के समीप पार्क की गई गाड़ियों की मिलती हैं. हालांकि कई बार लोग लोकेशन शेयर करना भूल जाते हैं, लेकिन जब भी वे करते हैं, तो उनकी टीमें जुर्माना जरूर लगाती हैं. वहीं बिना हेलमेट के ड्राइविंग की शिकायतें बेहद आम हैं. इन वर्ष बिना हेलमेट के ड्राइविंग करने पर 30 जून तक 15,185 चालान काटे गए, इनमें से अधिकतर में पुलिस वाले ही बिना हेलमेट के ड्राइविंग कर रहे थे.
सोशल मीडिया पर फोटोग्राफ्स भेजने के अतिरिक्त लोकल लोग उन वीडियोज को भी भेजते हैं जिनमें ऑटो रिक्शा  टैक्सी चालक मीटर से चलने से इंकार करते हुए दिखाई पड़ते हैं.पुलिस अभी तक ऐसे वीडियोज को सबूत मानते हुए ऐसी 600 टैक्सियों  ऑटो ड्राइवरों का चालान काट चुकी है. ट्रैफिक पुलिस के मुखिया  स्पेशल पुलिस कमिश्नर ताज हसन का बोलना है कि वे लोग नागरिकों को सोशल मीडिया पर शिकायतें डालने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, क्योंकि इससे आमजन की हिस्सेदारी बढ़ती है  उन्हें कार्य का फीडबैक भी मिलता है.

About News Room lko

Check Also

गोदरेज इंटेरियो ने त्योहारी सीजन में दर्ज की 25% की वृद्धि, होम पर्सनलाइजेशन पर मजबूत उपभोक्ता फोकस का संकेत

मुंबई। गोदरेज एंड बॉयस के भारत के अग्रणी होम और ऑफिस फर्नीचर ब्रांड्स में से ...