लखनऊ। शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा ‘शिक्षक दिवस समारोह’ का शानदार आयोजन आज सीएमएस गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) |ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि रमेश पोखरियाल, मानव संसाधन विकास मंत्री, भारत सरकार द्वारा दीप प्रज्वलन एवं पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ जबकि डा.महेन्द्र सिंह, कैबिनेट मंत्री, जल शक्ति विभाग, उप्र,श्री बृजेश पाठक, न्याय मंत्री, उप्र,रमापति शास्त्री, समाज कल्याण मंत्री, उप्र,सतीश द्विवेदी, राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), बेसिक एजूकेशन, उप्र, डा.अशोक बाजपेयी, सांसद, राजन शुक्ला, आईएएस, डा.रोजर डेविड किंगडन, शिक्षाविद्, इंग्लैण्ड आदि कई प्रख्यात हस्तियों ने विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारकर समारोह की गरिमा को बढ़ाया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि रमेश पोखरियाल एवं विशिष्ट अतिथियों ने सीएमएस शिक्षकों को उनकी अतुलनीय सेवाओं के लिए नगद पुरस्कारों व उपहारों से सम्मानित किया। कुल मिलाकर सीएमएस के सभी शिक्षकों व कार्यकर्ताओं को डेढ़ करोड़ रूपये के नगद पुरस्कारों व उपहारों से पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। समारोह में सीएमएस संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा.जगदीश गांधी एवं डा.भारती गांधी ने विद्यालय के विद्वान एवं कर्तव्यनिष्ठ शिक्षकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। सीएमएस प्रेसीडेन्ट प्रो.गीता गांधी किंगडन ने भी सभी का स्वागत करते हुए कहा कि सीएमएस के सभी शिक्षक व अन्य कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं जो बच्चों को पढ़ाई के साथ ही उनका चरित्र निर्माण कर भविष्य निर्माण कर रहे हैं।
इस अवसर पर शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि रमेश पोखरियाल, मानव संसाधन मंत्री, भारत सरकार ने कहा कि विचारों को प्रतिपादित करना और उन्हें जमीन पर उतारना बड़ी बात है और यही कार्य यहां सीएमएस के शिक्षक कर रहे हैं। मैं बड़ी प्रसन्नता से कहना चाहता हूं कि सीएमएस में बच्चों का भविष्य सुरक्षित है। पोखरियाल ने कहा कि वास्तविक शिक्षक वह है जो बच्चों को आने वाले कल के लिए तैयार करे। वास्तव में, शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान का नाम नहीं है अपितु इसमें संस्कार, परम्परायें व सद्गुणों का विकास भी शामिल है। सीएमएस के शिक्षकों ने अपनी कड़ी मेहनत, लगन व कर्तव्यनिष्ठा से विद्यालय के साथ ही लखनऊ का नाम भी रोशन किया है।
शिक्षक दिवस समारोह का विशेष आकर्षण विद्यालय के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों के माता-पिता का सम्मान समारोह रहा, जिसके अन्तर्गत सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों की माताजी को फलों व फूलों से तौलकर एवं पिताजी को शाल भेंट कर सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया गया। आईएससी (कक्षा-12) एवं आई.सी.एस.ई (कक्षा-10) के अलग-अलग विषयों के कुल 12 शिक्षकों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक के पुरस्कार से नवाजा गया, तथापि इन सभी 12 शिक्षकों के माता-पिता को सार्वजनिक तौर पर सम्मानित किया गया। इसके अलावा शैक्षणिक, सांस्कृतिक व सामाजिक क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित करने वाले सीएमएस के विभिन्न कैम्पस की प्रधानाचार्याओं व शिक्षकों को नगद धनराशि व आकर्षक उपहारों से पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।
इससे पहले सीएमएस शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग शिक्षात्मक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच ‘शिक्षक दिवस समारोह’ सम्पन्न हुआ। सीएमएस शिक्षकों द्वारा स्कूल प्रार्थना, सर्व-धर्म प्रार्थना, विश्व शान्ति प्रार्थना एवं स्वागत गाना आदि शानदार प्रस्तुतियों ने सम्पूर्ण ऑडिटोरियम को आध्यात्मिक प्रकाश से आलोकित कर दिया। समारोह का विशेष आकर्षण देश की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता हुआ ‘सांस्कृतिक कार्यक्रम-यूनिटी इन डायवर्सिटी’ रहा, जिसके अन्तर्गत उत्तराखंड, गुजराज, गोवा एवं दिल्ली राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हुए सीएमएस शिक्षकों ने ‘विभिन्नता में एकता’ की महान संस्कृति व सभ्यता को रेखांकित किया। इस अवसर पर ‘माडल वलर्ड पार्लियामेन्ट’ की प्रस्तुति भी बेहद सराहनीय रही।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में सीएमएस संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा.जगदीश गांधी ने सीएमएस शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज सीएमएस जिस मुकाम पर खड़ा है, निःसंदेह उसका श्रेय आप सभी शिक्षकों व प्रधानाचार्याओं को जाता है। सीएमएस के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में सीएमएस के 4000 से अधिक शिक्षक/शिक्षिकाओं व कार्यकर्ताओं ने विशाल ‘चरित्र निर्माण मार्च’ निकालकर युवा पीढ़ी के चरित्र निर्माण की पुरजोर अपील की एवं भावी पीढ़ी को चारित्रिक व मानवीय गुणों से युक्त बनाने का आहवान किया।