एयर इंडिया की तरफ से जारी पत्र में उल्लेख किया गया है, सैन फ्रांसिस्को की यात्रा के दौरान आपको हुई असुविधा के लिए कृपया हमारी ईमानदारी से क्षमा-याचना स्वीकार करें। हम पूरी तरह से समझते हैं कि पिछले 24 घंटे कठिन थे और इस दौरान हम आपके धैर्य के लिए कृतज्ञ हैं। आपकी सुरक्षा हमारे लिए हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता रही और हमारे पायलटों ने क्रास्नोयार्स्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (केजेए), रूस पर एहतियाती लैंडिंग करने का निर्णय लिया।
‘एयर इंडिया को ऐसे यात्रा अनुभव के लिए पछतावा है’
एयरलाइन ने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता यात्रियों को जल्द से जल्द सैन फ्रांसिस्को पहुंचाना था और इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों के सहयोग से राहत उड़ान भेजी।
एयर इंडिया की तरफ से पत्र में लिखा गया, हालांकि हम आपके द्वारा झेले गए अनुभव को मिटा नहीं सकते, लेकिन अपने पछतावे को व्यक्त करने के लिए, हम आपकी यात्रा का पूरा किराया वापस कर देंगे और आपको एयर इंडिया पर भविष्य की यात्रा के लिए एक वाउचर प्रदान करेंगे।
तकनीकी खराबी के बाद रूस में लैंड हुआ था विमान
बता दें कि एयर इंडिया की सैन फ्रांसिस्को जाने वाली फ्लाइट के नई दिल्ली से उड़ान भरने के लगभग 30 घंटे बाद, यह तकनीकी कारणों से रूस के क्रास्नोयार्स्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर डायवर्ट होने के बाद अमेरिकी शहर के हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतरी।
नई दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को जाने वाली फ्लाइट AI-183 को 18 जुलाई को तकनीकी कारणों से रूस के क्रास्नोयार्स्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर डायवर्ट किया गया था।
एयर इंडिया के पास क्रास्नोयार्स्क में नहीं है स्टाफ
वहीं शनिवार को अपने अंतिम अपडेट में, एयर इंडिया ने घोषणा की कि फ्लाइट, जिसे अब AI 1179 के रूप में अपडेट किया गया है, सैन फ्रांसिस्को में सुरक्षित रूप से पहुंच गई।
यात्रियों और चालक दल को उतार दिया गया और आगे की प्रक्रियाओं के लिए टर्मिनल बिल्डिंग में ले जाया गया। चूंकि एयर इंडिया के पास क्रास्नोयार्स्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अपना स्टाफ नहीं था, इसलिए उन्होंने यात्रियों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तीसरे पक्ष के समर्थन की व्यवस्था की।