पिता की मृत्यु के चार दिन बाद ही बेटे ने फांसी लगा ली. इधर, पति को फंदे से लटकते देख पत्नी ने भी नस काट कर जान देने की प्रयास की. पत्नी को तो परिजनों ने बचा लिया, पर पति की मृत्यु हो गई.घटना रविवार की रात करीब 8.30 बजे गांधीनगर में हुई. फांसी लगाने के बाद युवक मुकेश अग्रवाल को आनन-फानन में जालान अस्पताल लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. अस्पताल में उपस्थित एक पड़ोसी ने बताया कि चार दिन पहले मुकेश अग्रवाल के पिता महावीर अग्रवाल की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद ही वह अवसाद में था. वार्ता कम कर रहा था. रविवार को आकस्मित उसने फांसी लगा ली.
इधर, पति को फंदे पर लटकता देख पत्नी संगीता ने भी हाथ की नस काटने की प्रयास की. ऐन मौके पर परिजनों ने संगीता को बचा लिया. परिवार की तरफ से मुकेश की आत्महत्या की वजह के बारे में कुछ नहीं बोला गया है. मौके पर उपस्थित कुछ लोग आत्महत्या की वजह आर्थिक तंगी भी बता रहे हैं.
मुकेश प्राइवेट में कार्य करता था. उसके दो बच्चे भी हैं. एक की आयु लगभग चार वर्ष तो दूसरे की एक-डेढ़ वर्ष है. पिता की मृत्यु के बाद बच्चे पूरी तरह से निर्बल हो गए हैं. अब मां संगीता पर दोनों बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी आना पड़ी है.