क्राइम का एक मुद्दा छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के खरसिया तहसील से सामने आया है। इस मुद्दे में एक महिला के परिजनों ने आरोप लगाया है कि वनांचल अस्पताल के डॉक्टरों ने पथरी का ईलाज करने के दौरान चिकित्सकों ने उसकी किडनी निकाली ली है। वहीं समाचार मिलते ही इस मुद्दे में जिला प्रशासन ने जाँच प्रारम्भ कर दी है। खबरों के अनुसार इस मुद्दे में अधिकारियों ने बताया कि महिला के परिजनों ने इस मुद्दे में चिकित्सकों के विरूद्ध प्राथमिकी पंजीकृत करने की मांग को लेकर एसडीएम व एसडीओपी से शिकायत की है।
वहीं इस मुद्दे में उन्होंने बताया कि ”शिकायत के बाद रायगढ़ के जिलाधकारी यशवंत कुमार ने आज खरसिया के एसडीएम गिरीश रामटेके के नेतृत्व में तीन वरिष्ठ डॉक्टर समेत पांच सदस्यीय प्रशासनिक जाँच समिति गठित की है. इस समिति की जाँच रिपोर्ट दिनों के भीतर जरूरी रुप से प्रस्तुत करने के लिए बोला गया है.” खबरों के मुताबिक़ ”जांजगीर चांपा जिले के मरकाम गोड़ी गांव निवासी सुमित्रा पटेल ( 62 साल ) के परिजनों ने शिकायत की है कि उनका पथरी का आपरेशन 30 मई को खरसिया के व्यक्तिगत अस्पताल “वनांचल केयर” में हुआ था. इस दौरान चिकित्सकों ने महिला की बाएं किडनी निकाल ली.
महिला के परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन के पहले महिला के बड़े बेटे से डॉक्टरों ने कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिया था जो कि अवैध है, किसी भी इन्सान से कोरे कागज पर हस्ताक्षर लेना अवैध है। ” वैसे इस मुद्दे में चिकित्सकों ने बोला है कि इंफेक्शन होने के कारण महिला की जान बचाने के उद्देश्य से परिजनों की सहमति से उसकी किडनी निकाली गई है।अब इस मुद्दे में जाँच जारी है।