दिल्ली-एनसीआर समेत देश के सभी प्रमुख शहरों में घर का सपना पूरा करना कठिन हो गया है. गुरुवार को आरबीआई द्वारा जारी आवास ऋण पर निगरानी सर्वे से यह जानकारी मिली है. रिपोर्ट के अनुसार पिछले चाल वर्ष में घर खरीदना महंगा हो गया है. रिपोर्ट के अनुसार, आय की तुलना में मकानों की मूल्य बढ़ी है. इसके साथ ही औसत ऋण से आय में इजाफा हुआ है जो घर के लोगों की पहुंच से दूर होने की पुष्टि करता है. हालांकि, औसत ईएमआई से आय (ईटीआई) अनुपात पिछले दो वर्ष के दौरान कमोबेश स्थिर बना हुआ है. यह ऋण की पात्रता के बारे में बताता है.
आरबीआई के आंकड़ों पर रिएक्शन देते हुए अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने हिन्दुस्तान को बताया कि बीते कई वर्षों से प्रॉपर्टी मार्केट में सुस्ती थी.इसके चलते डेवलपर्स ने नए प्रोजेक्ट लॉन्च करना बंद कर दिया था. इससे नए घरों की आपूर्ति कम हुई. वहीं रेरा व GST आने से रियल एस्टेट मार्केट में खरीदारों का भरोसा एक बार फिर से लौटा. इसके चलते मांग में तेजी आई है. हालांकि, अभी भी घर खरीदने के लिए यह माकूल समय है. आने वाले समय में घर की कीमतेंव तेजी से बढ़ सकती है.