नई दिल्ली। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सीने में दर्द की शिकायत के बाद दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया,जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। वह 67 साल की थीं। इससे पहले उन्हें देखने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और नितिन गडकरी पहुंचे थे।
करीब तीन घंटे पहले ही सुषमा स्वराज ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने पर ट्वीट करके मोदी सरकार के फैसले की सराहना की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “प्रधान मंत्री जी – आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।” सुषमा जी के निधन की खबर से भाजपा समेत देशभर में शोक की लहर छा गयी। एक प्रखर प्रवक्ता के रूप में उन्होंने हमेशा अपने भाषण के माध्यम से लोगों के दिलों में अपनी अलग छाप छोड़ी,जिसे हमेशा याद किया जाता रहेगा।
प्रधान मंत्री जी – आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी. @narendramodi ji – Thank you Prime Minister. Thank you very much. I was waiting to see this day in my lifetime.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) August 6, 2019
14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला में जन्मी सुषमा जी ने अंबाला छावनी के एसडी कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से LLB की डिग्री ली। 13 जुलाई 1975 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वकील स्वराज कौशल से उनका विवाह हुआ।
वर्ष 1977 में पहली बार उन्होंने चुनाव लड़ा, जिसके बाद उन्हें चौधरी देवीलाल की सरकार में महज 25 साल की सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला। इसके बाद वो अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनीं। सुषमा जी के नाम दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहने का भी कीर्तिमान है।